जिला अस्पताल में बनाए गये रैन बसेरा की स्थिति है बदहाल रात में ठिठुरते मरीजों के तीमरदार प्रशासन मौन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : कड़ाके की ठंड से बचाव को जिला अस्पताल में बनाए गये रैन बसेरा की स्थित बदहाल है। जिला अस्पताल में रैन बसेरा जहां पूरी तरह से खुला है। वही महिला अस्पताल में टीन शेड के नीचे तीमारदार रहने को मजबूर है। इधर अस्पताल के रैन बसेरा का लाभ ठेकेदार व कर्मचारी उठा रहे है। जिस पर इन लोगों ने कब्जा कर रखा है, इसके बावजूद जिम्मेदार आंखे मूंदे हुये है, इससे आम लोग ठंड से रात में ठिठुरते है। दरअसल जिला अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों के लिए इमरजेंसी के पास व महिला अस्पताल में ओपीडी के पीछे टीन शेड में पन्नी डालकर रैन बसेरा बना दिया गया है। इन रैन बसेरा में जिम्मेदार भी अंजान बने हुए हैं,विभाग के आला अधिकारी रैन बसेरा के सामने से रोज गुजरते है, लेकिन उन्होंने उसके अन्दर झांककर तक नही देखा है ।कि उसके अंदर तीमारदारों के आराम फरमाने के क्या इंतजाम है, केवल प्लस्टिक की पन्नी डालकर मात्र खानापूरी की गई है। रैन बसेरा के अंदर आराम फरमाने के लिए न तो फर्शपर पुआल पड़ा है ओर न ही फोम के गद्दे। खुले फर्श पर पर एक किनारे आवारा कुत्ते आराम फरमाते हुये जरूर दिखाई देते है।अस्पताल में घूम रहे आवारा कुत्ते आराम फरमा रहे है, वही इमरजेंसी के पास बने रैन बसेरा में मात्र पन्नी लगा दी गई है, जो आगे से पूरी तरह खुला है। दूर- दराज से आने वाले मरीज के तीमारदार उसमें सर्दी, बरसात से बचने के लिए रूक सके, जिस पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अपने वाहन पार्किंग करने शुरू कर दिया है। वही अस्पताल परिसर में घूम रहे आवारा कुत्ते आराम फरमा रहे है। महिला अस्पताल में ओपीडी के पीछे टीन शेड के नीचे बने रैन बसेरा में बाहर की ओर से प्लास्टिक की पन्नी डालकर मात्र खानापुरी कर दी गई है, जो हवा के चलने से उड़ती है, जिससे तीमारदार ठण्ड से कॉप रहे है।