पुरातात्विक सामग्री का इतिहास में बहुत ही अहम स्थान होता है : डा. जोशी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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जयराम कन्या महाविद्यालय में इतिहास- पुरातत्व विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, 19 दिसम्बर : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय में इतिहास विभाग के संयोजन में इतिहास- पुरातत्व विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता डा. योगेश्वर जोशी रहे। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ विधिवत महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल द्वारा मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर किया गया। मुख्य वक्ता डा. जोशी ने विस्तार पूर्वक तरीके से इतिहास एवं पुरातत्व का संबंध बताया। उन्होंने छात्राओं को बताया कि पुरातात्विक सामग्री का इतिहास में बहुत ही अहम स्थान होता है। यह सामग्री इतिहास में प्राथमिक स़्त्रोत कहलाती है। इससे ज्यादा प्रमाणिक कोई भी स्त्रोत नहीं होता है। उन्होंने अपने व्याख्यान को रोचक बनाते हुए कई प्रकार की पुरातात्विक सामग्री उदाहरणतः सिन्धु घाटी, वैदिक कालीन, कनिष्क, गुप्त, मुगल व दिल्ली सल्तनत कालीन सिक्के, मृदभांड, चूड़ियां व मणके आदि प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं व अन्य विद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन डा. सरोजिनी जमदग्नि ने किया। मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्त का धन्यवाद महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने किया। उन्होेंने कहा कि इस तरह के आयोजन ना केवल विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन करते है अपितु उनकी इतिहास विषय में भी रूचि बढ़ाते हैं। अंत में प्राचार्या ने अन्य स्कूलों से आए विद्यार्थियों को सम्बोधित किया व उनका उत्साह वर्धन किया। इस कार्यक्रम में दीप्ती शर्मा, डा. सुनीता रानी, अमरजीत कौर, डा. ममता वालिया आदि उपस्थित रहे।
महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल मुख्यातिथि डा. योगेश्वर जोशी का स्वागत करते हुए। मुख्य वक्ता व्याख्यान देते हुए एवं उपस्थिति।