श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भंडार आचार्य विमलेश त्रिपाठी
कन्नौज। कस्बा हसेरन के ठाकुरद्वारा मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस पर सुदामा चरित की मनमोहक कथा का वर्णन किया। सुदामा चरित्र की कथा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने भक्ति भाव से भगवान की कथा का रसपान किया। कथावाचक आचार्य विमलेश त्रिपाठी ने भगवान कृष्ण कन्हैया के बाल सखा सुदामा के जीवन पर प्रकाश डाला। कथा सुनते ही भक्तों भावुक हो गए। उन्होंने बताया जगत पिता परमात्मा ही हम सबका स्वामी है। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भंडार है। मानव जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया सुख दुख जीवन के दो पहलू हैं। जीवन में सुख के बाद दुख और दुख के बाद सुख का आना जाना लगा रहता है। मानव को निराश नहीं होना चाहिए भगवान का ध्यान रखकर भगवान की नित्य प्रति पूजा करनी चाहिए। भगवान भक्त के भाव के भूखे हैं। विश्राम दिवस पर सुदामा चरित की कथा का वर्णन किया। सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने पहुंचकर कथा सुनी।