निस्वार्थ भाव तथा सच्चे हृदय से ही परमात्मा की प्राप्ति होती है : महंत जगन्नाथ पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर में हुआ भजन संकीर्तन।
कुरुक्षेत्र, 4 जनवरी : मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में भजन संकीर्तन का किया गया। इस मौके पर अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने श्रद्धालुओं से कहा कि अगर हम बिना स्वार्थ के निष्काम भाव से सच्चे मन के साथ परमात्मा की शरण में रहकर भक्ति करें तो हमें परमात्मा की प्राप्ति हो सकती है। उन्होंने कहा कि मानव परमात्मा को भी अपनी सोच के अनुसार मान कर भक्ति में तरह तरह के प्रपंच करता है। प्रत्येक मानव इस संसार के मोह जाल में फंस जाता है और गलत मार्ग पर चला जाता है। उन्होंने कहा कि मानव की सोच ठीक न होने से वह परमात्मा की सच्ची भक्ति भी नहीं कर पाता। महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि अगर इस सांसारिक मोह को छोड़कर परमात्मा की आराधना की जाए तो प्रत्येक इंसान परमात्मा की कृपा को प्राप्त कर सकता है। इस मौके पर विजयंत गोस्वामी, हरि नारायण गोस्वामी, डा. सविता सिंह, सुक्खा सिंह, नाजर सिंह, मयूर गिरि, बिल्लू पुजारी, केवल कृष्ण इत्यादि भी मौजूद रहे।
महंत जगन्नाथ पुरी भजन संकीर्तन करते हुए।