रामगंगा कटरी में जमीनी विवाद में हुए ट्रिपल मर्डर में बदायूं के तीन हमलावर गिरफ्तार
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : बुधवार देर शाम हुए रामगंगा की कटरी में ट्रिपल मर्डर में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है । तीनों ही आरोपी बदायूं जिले के रहने वाले हैं। जिस स्थान पर यह वारदात हुई है वह कटरी इलाका है। इस घटना का मुख्य मास्टरमाइंड पूर्व प्रधान हिस्ट्रीशीटर सुरेशपाल तोमर है। पूरे मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की चार टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।यह घटना फरीदपुर थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव की है। यह गांव बरेली का है, जबकि बदायूं जिले का बार्डर लगता है। इस घटना में अभिषेक, लुकमान, मुनेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ने पुलिस को पूछताछ में बताया गया कि सुरेश पाल सिंह हम लोगो को उझानी जनपद बदायूं से यह बताकर लाया था कि कि हमारा खेत सरदार परमवीर सिंह ने कब्जा कर रखा है। तथा गन्ने की फसल खड़ी है यदि तुम सब लोग मिलकर मेरी गन्ने की फसल को मुझे दिलवा तो हम तुम लोगो को गन्ने की फसल बेचकर जो भी पैसा मिलेगा उसको हम लोग मिल बांट लेगें। पूर्व प्रधान के लालच में फंसे तीनों हत्यारोपियों ने बताया कि हम लोग भी लालच में आकर सुरेश पाल व उनके लड़को के साथ आकर खेत में काम कर रहे सरदारों को भगाने लगे। इस बीच काम कर रहे सरदारों द्वारा विरोध किया गया जिसके कारण हम लोगों ने हमला बोलते हुए हथियारों से फायरिंग कर दी। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। हम लोगों ने लालच में आकर गलती की है।आरोपियों में 1. अभिषेक पुत्र राधेश्याम निवासी गौतमपुरी थाना उझानी जनपद बदायूं, 2. लुकमान हुसैन पुत्र रही मोहम्मद निवासी कछला पंखिया थाना उझानी जनपद बदायूं और 3. मुनेन्द्र पुत्र फूल सिंह निवासी निजामपुर थाना उझानी जनपद बदायूं को गिरफ्तार कर, एक डस्टर कार और हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किए हैं।खादर की जमीन पर है पुराना विवाद फरीदपुर के गोविंदपुर गांव में 1 हजार बीघा जमीन है, यह जमीन खादर इलाके में है। जहां पंजाब के किसानों के खादर में छाला कृषि फर्म बने हैं, वह अपने परिवार के साथ खेती करते हैं। यह जमीन एक हजार बीघा बताई जा रही है, लेकिन आस-पास के दबंग भी 135 बीघा जमीन पर अपना दावा करते हैं। सरदार के झाले पर बुधवार देर शाम जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच गोलीबारी हुई। फायरिंग में सरदार परमेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह और एक अन्य गुल मोहम्मद गोलू की मौत हो गई।पूर्व में भी हत्या हो चुकी है यहां 135 बीघा जमीन पर गन्ने की फसल बोई हुई है। यह फसल देवेंद्र सिंह पक्ष ने बोई थी, जबकि ईंख और जमीन के कुछ हिस्से पर पूर्व प्रधान सुरेशपाल तोमर दावा कर रहा था। तीन महीने से दोनों पक्ष ईख काटने को लेकर झगड़ रहे थे। इसमें कुछ जमीन बिना कागजी रिकार्ड की बताई जा रही है। 2 साल पहले भी प्रशासन ने इस जमीन की नापतौल के लिए टीम भेजी थी। बता दें कि 2 साल पहले भी यहां देसी राइफल से गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। 5 दिन पहले ही फरीदपुर के तहसीलदार ने करीब 53 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। डीआईजी अखिलेश चौरसिया का कहना है जो फरार हैं, उनकी तलाश में पुलिस टीम काम कर रही हैं।