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घनजीवामृत जीवामृत से होगा मृदा उर्वरता में सुधार नोडल अधिकारी डॉ बिनोद कुमार
कन्नौज रिपोर्टर प्रशांत त्रिवेदी के साथ मतीउल्लाह / कन्नौज। कृषि विज्ञान केंद्र अनौगी पर दो दिवसीय प्राकृतिक खेती विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार के अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केन्द्र कन्नौज में दो दिवसीय गौ आधारित प्राकृतिक खेती कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डा अरविंद कुमार ने मृदा स्वास्थ्य, फसल जल प्रबंधन, मृदा जल धारण क्षमता, मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों की बारीकियों के बारे में अवगत कराया। प्रशिक्षण में जनपद के दुरस्त विकास खंड हसेरन , सौरिख , छिबरामऊ आदि से आए तीन दर्जन से ज्यादा किसानों को सफलता पूर्वक प्रशिक्षित किया गया। प्राकृतिक खेती के नोडल अधिकारी तथा मास्टर ट्रेनर व कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार ने प्राकृतिक खेती के सभी पहलूओ जैसे बीजामृत, जीवामृत, घन जीवामृत, नीमाश्त्र, ब्रह्मास्त्र इत्यादि आदानों को तैयार करने के गुर सिखाए। इस दौरान चंद्रकला यादव ने मोटे अनाजों से खाद्य उत्पाद तैयार करने की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ पशुपालन वैज्ञानिक डॉ चंद्रकेश राय ने गोबर और गोमूत्र की प्राकृतिक खेती में उपयोगिता पर प्रकाश डाला। वहीं वरिष्ठ वैज्ञानिक उद्यान डॉ अमर सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रसार डॉ सुशील कुमार, डॉ चंद्रकला यादव वैज्ञानिक गृह विज्ञान, वैज्ञानिक कृषि मौसम विज्ञान अमरेंद्र यादव सहित प्रदीप कटियार, अमित प्रताप सिंह इत्यादि मौजूद रहे। इस दौरान प्राकृतिक खेती कृषक गीतेंद्र सिंह, राहुल सिंह, सर्वदीप सिंह, प्रतिभा देवी आदि उपस्थित रहे।