यातायात जागरूकता हेतू एडीजीपी ट्रैफिक ने मयंक फाऊंडेशन के कार्यो को सराहा, एसएसपी ने भेंट किए प्रशंसा पत्र
ट्रैफिक नियमो अवैयरनेस में जिले में अहम भूमिका अदा कर रही है मयंक फाऊंडेशन
सडक़ हादसे में मयंक की मौत के बाद पिता ने मित्रो के सहयोग से किया था मयंक फाऊंडेशन का गठन
फिरोजपुर, 25 जनवरी, 2023 [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
जनता को यातायात नियमो से अवगत करवाने में पिछले 5 वर्षो से अग्रणी मयंक फाऊंडेशन के बेहतरीन कार्यो को देखते हुए एडीजीपी ट्रैफिक अमरदीप सिंह राय द्वारा प्रशंसा पत्र देकर सदस्यो की हौंसला अफजाई की गई। पुलिस विभाग द्वारा फाऊंडेशन के अध्यक्ष
डा.अनिरूद्ध गुप्ता के नेतृत्व में अन्य सदस्यो को प्रशंसा पत्र सौंपने की रस्म आईपीएस कंवरदीप कौर ने पुलिस लाइन में एक सादे व प्रभावशाली समारोह के दौरान की। एसएसपी ने मयंक फाऊंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यो को सराहनीय बताया है। उन्होंने कहा कि यह सर्टीफिकेट विभाग द्वारा फाऊंडेशन सदस्यो को प्रोत्साहित करने हेतू दिए गए है, क्योंकि सदस्यो ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए क्षेत्र में ट्रैफिक अवैयरनेस में उत्कृष्ट कार्य किया है।
संस्थापक दीपक शर्मा और सचिव राकेश कुमार ने बताया कि ट्रैफिक सेल के सहयोग से फाऊंडेशन द्वारा अब तक हजारो वाहनो पर सर्दीयों में रिफ्लैक्टर लगा चुकी है । विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियो को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाने के अलावा वाहन चलाते समय लापरवाही से होने वाले हादसो से अवगत करवा चुकी है। उन्होंने कहा फाऊंडेशन हर बार दीवाली पर लोगो को हैलमेट गिफ्ट करके यह दीवाली हैल्मेट वाली का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि यातायात नियमो का पालन करके हम अनेकों जानों को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी को चाहिए कि दोपहिया वाहन पर हैल्मेट लगाकर ड्राइविंग करने के अलावा ट्रिपल राइडिंग से परहेज करना चाहिए। चौपहिया वाहनो में सीट बैल्ट जरूर लगानी चाहिए और यातायात निर्देशो का पालन करना चाहिए।
मयंक की याद में बनी थी फाऊंडेशन 7 अक्तुबर 2017 को शहर के शहीद भगत खेल स्टेडियम में बैडमिंटन खेलते जाते समय खिलाड़ी मयंक शर्मा का बस के नीचे आने से निधन हो गया था। उसके बाद मयंक के पिता दीपक शर्मा जोकि पेशे से अध्यापक है ने अपने बेटे को जिंदा रखने के लिए अपने मित्रो के साथ मिलकर मयंक फाऊंडेशन का गठन किया । फाऊंडेशन द्वारा ट्रैफिक, शिक्षा तथा खेलो के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई जाती है। दीपक शर्मा का कहना है कि वाहन चलाते समय हल्की कोताही के कारण ही हादसे होते है और नियमो का पालन करके अनेकों मयंक जिंदा रखे जा सकते हैं।