होली का त्यौहार नजदीक आते ही मिलावट खोर हुए सक्रिय मिलावट युक्त पदार्थ खाने को जनता मजबूर प्रशासन मौन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : होली का त्यौहार आते ही मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं । अब मिलावट खोरों ने शहर से लेकर देहात तक पनीर व खोवा तैयार करने के साथ ही अन्य खाद्य पदार्थों में भी मिलावट का धंधा तेजी से शुरू कर दिया गया है । वहीं खाद्य विभाग की टीम ने अभी तक छापेमारी शुरू नहीं की है । लेकिन अभी तक खाद्य विभाग किसी भी मिलावट खोर को नहीं पकड़ सका है। होली के त्यौहार पर सबसे ज्यादा पनीर व खोवा के साथ मिठाईयों की भी मांग बड़ जाती है । शहर के अतिरिक्त खोवा व पनीर सबसे ज्यादा ग्रामीण इलाकों में तैयार किया जाता है। वहीं मांग ज्यादा होने पर व्यापारी बाहर के जिलों से भी खोवा व पनीर मंगवाते हैं ।और आस – पास के जिलों से भी काफी माञा में पनीर व खोवा आता है। वहीं खोवा में आरारोट व मैदे का प्रयोग किया जाता है। और देशी घी में बनस्पति घी तथा खुशबू के लिए कैमिकल , चीनी में चाक पाउडर ,आटे में चावल की किनकी ,रिफाइंड में धान की भूसी से निकला तेल मिलाया जाता है। यहां के कारोबारी इन मिलावटी सामग्रियों को बाहर से मंगाते हैं । वहीं कुछ दुकानदार क्षेत्रीय फ्रूड अधिकारियों की मिलीभगत की बात भी कह रहे हैं । जिसकी बजह से दुकानदार मिलावटी खाद्य पदार्थ से बनी खाद्य सामग्रियां दुकानों पर खुलेआम बिक्री करते हैं ।
वहीं अब देखना है कि फ्रूड खाद्य विभाग के आलाअधिकारी इस मिलावट खोरी पर लगाम लगाने में कितना कामयाब होते हैं और मिलावट खोरों पर क्या- क्या कार्यवाही करते हैं ।
वहीं चिकित्सकों ने बताया है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन करने से सेहत को काफी नुकसान होता है । बच्चे और डायबिटीज के रोगियों को सबसे अधिक परेशानियां होती है । इससे पेट संबंधित अनेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं । मिलावटी युक्त पदार्थों को खाने से लोगों को बचना चाहिए । तथा मिलावटी खाद्य पदार्थों का किसी भी हाल में नागरिकों को सेवन नहीं करना चाहिए ।