शिल्प मेले में 15 राज्यों की कला, पर्यटकों को भा रहे कालीन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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गांधी शिल्प बाजार में बहरुपिये कलाकारों ने बढ़ाई मेले की रौनक।
कुरुक्षेत्र 1 मार्च : कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार तथा महिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र सुडिया कुंआ के संयुक्त सहयोग से हरियाणा कला परिषद के कला कीर्ति भवन में आयोजित दस दिवसीय क्राफ्ट बाजार में आए दिन पर्यटक देशभर से आए शिल्पकारों के शिल्पों की भरपूर प्रशंसा करते हुए खरीददारी कर रहे हैं। मेले में शिल्पकारों की कला का अनूठा नमूना दिख रहा है। मेले में पहुंचे पर्यटकों को लखनऊ के आभूषणों की की चमक खूब भा रही है तो बनारस की जामदानी कढ़ाई भी पसंद आ रही है। मेले बागपत के शिल्पकार दानिश खान बागपती चादरें लेकर पहुंचे हैं जो महिलाओं के लिए सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
इतना ही नहीं मेले में राजस्थान के जयपुर से पहुंचे शिल्पकारों की जयपुरी जुती भी पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है। मेले में करीब 15 राज्यों के शिल्प को देखकर पर्यटक गदगद हैं तो अच्छी खरीदारी होने पर शिल्पकारों के चेहरे भी खिले हुए हैं।
इस अद्भुत शिल्प बाजार का भ्रमण कुरुक्षेत्र की पूर्व नप अध्यक्षा उमा सुधा ने भी किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि विशेष रुप से पश्चिम बंगाल से आई साड़िया व अन्य वस्त्र उत्पाद अत्यधिक आकर्षक एवं उपयोगी है जो बरबस ही अपनी तरफ आम जनमानस का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। गांधी शिल्प बाजार जैसे आयोजन से केंद्र सरकार तथा हरियाणा सरकार ने कुरुक्षेत्रवासियों को होली का उपहार दिया है, जिसमें लोगों को अपनी मनपसंद वस्तुओं को खरीदने के साथ-साथ राजस्थानी कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने का भी अवसर मिल रहा है। ऐसे आयोजनों से हम अपनी महान विरासत को संजोय रखने में सक्षम हो सकेंगे। मेला भ्रमण के दौरान उमा सुधा ने सभी हस्तशिल्पों को अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान हरियाणा कला परिषद के मीडिया प्रभारी तथा मेले के नोडल अधिकारी विकास शर्मा ने बताया कि शिल्प बाजार 26 फरवरी से अभूतपूर्व रूप से सफलतापूर्वक चलते हुए 6 मार्च को समाप्त होगा। विशेष रुप से उत्तरप्रदेश के बागपत की चादरें, लखनऊ के आभूषण, असम की मेखला साड़ी तथा केन बेम्बू, बनारस की साड़ी, कोलकाता का हैण्डलूम, राजस्थान का लैदर, नागालैंड के फलावर, झांसी के खिलौने व पंजाब की फुलकारियां आदि लोगों के आकर्षण का केंद्र है। आए दिन शाम को भारी संख्या में पर्यटक मेला घूमने पहुंचते हैं तथा अपनी आवश्यता व पंसद के अनुसार सामान खरीद कर शिल्पकारों की बिक्री बढ़ा रहे है। इतना ही उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला की ओर से राजस्थान के बहरुपिये कलाकारों की प्रस्तुतियों का भी लोग भरपूर आनंद लेते नजर आ रहे हैं। वहीं ढोल की थाप के साथ पैरों में बांस बांधकर लोगों का मनोरंजन करने वाले स्टिक वाक्कर कलाकार भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा राजेश जांगड़ा के हैण्डमेड चित्र लोगों के लिए रोमांचक साबित हो रहे हैं। कला दीर्घा में लगाई प्रदर्शनी में 50 से अधिक चित्रों तथा हैण्डमेड डैकोरेशन आईटम लोगों को अपनी ओर खींचने में सफल हो रही है। इसके अलावा चीनी मिट्टी के बर्तन तथा टेराकोटा की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने भी लोगों से अपील करते हुए कहा कि देश के विभिन्न कोनों से आए शिल्पकारों की हस्तकला को देखने तथा खरीददारी करने के लिए 6 मार्च तक कला कीर्ति भवन में जरुर आए।
नाट्य रंग उत्सव में नाटक भगत सिंह की वापसी का मंचन आज।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज तथा हरियाणा कला परिषद के संयुक्त सहयोग से कला कीर्ति भवन की माधव रंगशाला में आज दिनांक 2 मार्च हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान एवं नाट्य रंगमण्डल, मण्डी के कलाकारों द्वारा अयाज खान के निर्देशन में सागर सरहदी का लिखा नाटक भगत सिंह की वापसी का मंचन किया जाएगा। जिसमें शहीद ए आजम भगत सिंह के बलिदान की कहानी को दिखाया जाएगा। नाटक का समय 6.30 बजे रहेगा। इस मौके पर पर्यटन विभाग हरियाणा के अध्यक्ष अरविंद यादव बतौर मुख्यअतिथि कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।