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टीकाकरण से जुड़ी उपलब्धियों में सुधार को लेकर जिले में विशेष अभियान संचालित
चिह्नित सत्र स्थलों पर स्वास्थ्य मेला आयोजित कर उपलब्ध करायी गयी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं
फारबिसगंज के झिरूआ-पछुआरी में आयोजित मेला का जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन
अररिया, 01 मार्च ।
जिले में खसरा व रूबेला सहित नियमित टीकारण से संबंधित उपलब्धियों में सुधार को लेकर बुधवार को विशेष अभियान का संचालन किया गया। इसे लेकर टीकाकरण मामले में पूर्व से चिह्नित कम आच्छादन वाले इलाकों को चिह्नित करते हुए वहां स्वास्थ्य मेला आयोजित करते हुए जहां स्थानीय ग्रामीणों को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई। वहीं विशेष अभियान संचालित करते हुए बड़ी संख्या में जरूरी टीका से वंचित बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित कराया गया। विशेष अभियान के तहत फारबिसगंज प्रखंड के झिरूआ पछुआरी में आयोजित स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी इनायत खान ने किया। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ शुभान अली, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार, एमओआईसी फारबिसगंज आशुतोष कुमार, बीएचएम सईदुर्रजमा सहित संबंधित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मेला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी इनायत खान ने कहा कि लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। आम लोगों को इसका बढ़-चढ़ कर लाभ उठाना चाहिये। टीकाकरण की महत्ता से स्थानीय ग्रामीण को अवगत कराते हुए डीएमने कहा कि टीकाकरण विभिन्न गंभीर संक्रामक बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण का महत्वपूर्ण जरिया है। लिहाजा बच्चों को इन रोगों के प्रभाव से मुक्त रखने के लिये सरकार द्वारा नि:शुल्क टीकाकरण का इंतजाम किया गया है। अभिभावकों को नियमित समयांतराल पर अपने बच्चों को टीका का निर्धारित डोज लगाना चाहिये। जो उनके स्वस्थ व सेहतमंद जींदगी को मजबूत आधार प्रदान कर सकता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में खसरा व रूबेला आउटब्रेक का मामला सामने आने के बाद से विभाग सक्रिय होकर एमआर टीका के साथ-साथ नियमित टीकाकरण मामले से जुड़ी उपलब्धियों में सुधार को लेकर प्रयासरत है। इसे लेकर निरंतर अभियान चलाये जा रहे हैं। एमआर टीका से वंचित बच्चों का सर्वे कर उन्हें टीकाकृत किया जा रहा है। वहीं नियमित टीकाकरण मामले में कम उपलब्धि वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधी विशेष गतिविधियां संचालित करते हुए अभिभावकों को टीकाकरण के प्रति प्रेरित करते हुए बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है।