चीफ सैयद हामिद अली
अजमेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल ज.ला. ने. चिकित्सालय में दिनांक 19 अगस्त 2022 को गनाहेड़ा, पुष्कर निवासी 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवक को हाथ पैरो में कमजोरी तथा सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत के साथ भर्ती कराया गया। आपातकालीन विभाग में मरीज की जांच करने के उपरान्त मरीज़ की गंभीर हालत को देखते हुये उसे तुरन्त मेडिकल आई.सी.यू. में शिफ्ट करके वेन्टिलेटर लगाया गया। उसकी जांचो में उसे गुलेन बारी सिन्ड्रोम नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित होना पाया गया। मरीज के पास चिरजीवी बीमा योजना ना होते हुये भी उसका ईलाज मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के अन्तर्गत किया गया तथा उसे IVIG जैसे महंगे इंजेक्शन लगाकर उसकी बिगड़ती हालत को नियंत्रित किया गया। वेन्टिलेटर लगने के कारण उसे 2 बार न्यूमोनिया भी हुआ लेकिन समुचित एंटीबॉयोटिक द्वारा उसे भी ठीक किया गया। लम्बे समय तक पेशाब की नली लगे होने के कारण उसे पेशाब का इंफेक्शन भी कई बार हुआ लेकिन उसे भी एंटीबॉयोटिक द्वारा ठीक किया गया। लम्बे समय तक बिना हिले डुले बिस्तर पर लेटे रहने के कारण उसकी मांसपेशियां भी बहुत कमजोर हुई लेकिन उन्हें भी उचित उपचार द्वारा नियंत्रित किया गया। उक्त मरीज़ को कुल 194 दिन (लगभग 6.5 माह) वेन्टिलेटर पर रखा गया तथा पिछले 16 दिन से उसका वेन्टिलेटर हटा दिया गया है तथा उसे आज सकुशल डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टॉफ की टीम ने गुलाब का फूल देकर घर के लिये विदा किया। इस मरीज का ईलाज प्रधानाचार्य डॉ. वी.बी. सिंह के निर्देशन में विभागाध्यक्ष डॉ. मनीराम कुम्हार की सहमति तथा यूनिट प्रभारी डॉ. संजीव माहेश्वरी एवं उनके अन्य सहयोगी डॉ. यादराम यादव, डॉ. पवन कुमावत, डॉ. आकाश गर्ग, डॉ. आलाराम, डॉ. शक्ति सिंह, डॉ. रामनिवास, डॉ. मनीष, डॉ. सुमित सैनी, डॉ. ईशिता, डॉ. शीशराम एवं डॉ. कमलेश के भगीरथ प्रयासो से संभव हुआ। अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने मरीज़ के ईलाज में काम आने वाली सभी प्रकार की महंगी से महंगी दवायें तुरन्त उपलब्ध करवाई है। मेडिकल आई.सी.यू. के नर्सिंग ईचार्ज श्री सुनिल त्रिपाठी, श्री विकास सोनी तथा समस्त नर्सिंग स्टॉफ का विशेष सहयोग रहा।