नवरात्रों में कन्या पूजन एवं कन्या को किए दान का विशेष महत्व : महंत जगन्नाथ पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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ब्रह्मचारिणी स्वरूप की श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर में हुई पूजा।
कुरुक्षेत्र, 23 मार्च : चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में भारी संख्या श्रद्धालु जुटे। नवरात्रों के दूसरे दिन मंदिर में दुर्गा मां की प्रतिमा के समक्ष मां भगवती के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा हुई। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में बारह ज्योतिर्लिंगों पर अनुष्ठान के बाद लाई गई मां भगवती की अखंड ज्योति पर विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ नवरात्र पूजन करने के साथ ही नवग्रह पूजन भी किया। पूजन के उपरांत अखिल भारतीय मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मंदिर के व्यवस्थापक महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि नवरात्र महोत्सव मां के भक्तों के लिए महान उत्सव है। इस उत्सव में शामिल होने से श्रद्धालुओं को जीवन के सबसे उत्तम और कल्याण के पल प्राप्त होते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने श्रद्धालुओं को नवरात्र के अवसर पर होने वाले पूजन का महत्व बताते हुए कहा कि इस मौके पर कन्याओं का पूजन तथा कन्याओं को किया गया दान सृष्टि का सबसे बड़ा दान है। कन्या को मिला दान पूरे समाज के कल्याण के लिए होता है। इसलिए इस मौके पर कन्याओं को किसी भी प्रकार के उपहार के रूप में शिक्षा सामग्री का दान संकल्प रूप में करें। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, बलजीत सिंह गोयत डेरी फार्म मेघा माजरा, भाना राम, दलबीर संधू, सतविंदर सिंह, जंग बहादुर, बिल्लू पुजारी, विक्रम सिंह, जोगिंदर बाछल, कुलवंत सिंह, प्रकाश सिंह, मंजीत कौर, सुखवंत कौर सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे।
अखंड ज्योति पर नवरात्र पूजन करते हुए महंत जगन्नाथ पुरी एवं अन्य।