नवरात्रों में कन्या पूजन की परंपरा वैदिक युग से चली आ रही है : राजेंद्र सैनी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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सेवा ट्रस्ट यूके (इंडिया) बच्चों को परम्पराओं से करवा रहा है अवगत।
कुरुक्षेत्र, 27 मार्च : नवरात्रों में कन्या पूजन की परंपरा को सेवा ट्रस्ट यूके (इंडिया) द्वारा बहुत ही बेहतर तरीके से निभाया जा रहा है। विशेषकर ग्रामीण आंचल में स्थित सरकारी स्कूलों में बच्चों को भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के साथ धार्मिक परंपराओं से भी अवगत करवाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ट्रस्ट द्वारा नवरात्रों में नौ दिन का कन्या पूजन एवं सम्मान अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सेवा ट्रस्ट यूके (इंडिया) द्वारा छठे दिन भी राजकीय प्राथमिक पाठशाला पटाक माजरा में नवरात्रों के उपलक्ष्य में कन्या पूजन समारोह का आयोजन कर 51 कन्याओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड कोऑर्डिनेटर राजेंद्र सैनी ने की। उन्होंने बताया कि नवरात्रों में कन्या पूजन की परंपरा वैदिक युग से चली आ रही है। उसी परंपरा को जारी रखने के लिए नवरात्रों में नई पहल शुरू की गई। दुर्गा पूजा के छठे दिन देवी के मां कात्यायनी स्वरूप की उपासना की जाती है। मां कात्यायिनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। उससे रोग, शोक, संताप और भय आदि सर्वथा नष्ट हो जाते हैं। मां अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं। प्राचार्य रामप्रसाद खटक ने इस नेक कार्य के लिए सेवा ट्रस्ट का धन्यवाद किया। ट्रस्ट के जिला कोऑर्डिनेटर पवन मित्तल ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा जिला कुरूक्षेत्र में 245 से ज्यादा कार्यक्रम कर 74 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चों, वृद्धाश्रमों, झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले लोगों, कुष्ट आश्रम में रहने वाले परिवारों, ग्रामीण महिलाओं, आशा वर्कर्स, स्वास्थ्य कर्मचारियों, सफाई कर्मचारियों, खिलाडियों, रक्तदाताओं को डाबर की इम्युनिटी बुस्टर किट देकर सम्मानित कर चुके हैं। आज के कार्यक्रम में अपनी को-स्पोंसर डाबर इंडिया लिमिटेड की तरफ से सभी कन्याओं को डाबर रियल जूस, शैम्पू, टूथपेस्ट, टूथब्रश, हेयर आयल, शहद आदि देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रधान अंजू कुमारी, समाज सेवक रमेश कुमार, किरणपाल, राजेश कुमार, साहिल, सरोज, पूजा, रिंकी राजकली इत्यादि मौजूद रहे।
कन्या पूजन के उपरांत उपहार के साथ बच्चे।