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विद्यापीठ में ब्रह्मचारियों ने विश्व कल्याण की भावना से भगवान श्री राम भक्त हनुमान की आराधना की।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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जयराम विद्यापीठ में सर्वकल्याण की कामना से हुआ भगवान श्री राम भक्त हनुमान का पूजन।
हनुमान जयंती पर ब्रह्मचारियों द्वारा किया गया विद्यापीठ में अखंड सुंदरकांड पाठ।
कुरुक्षेत्र, 6 अप्रैल : हर वर्ष की भांति ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में श्री हनुमान जयंती का भव्य आयोजन हुआ। विद्यापीठ में मंत्रोच्चारण के साथ श्री हनुमत ध्वजारोहण किया गया। इसी तरह के आयोजन देश के विभिन्न राज्यों में स्थित श्री जयराम संस्थाओं में भी होते हैं।
जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने श्री हनुमान जयंती महोत्सव के अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि श्री हनुमान की आराधना एक संजीवनी बूटी का भी काम कर सकती है। ब्रह्मचारी ने कहा कि वीर हनुमान तो अपने सच्चे भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं। हमारी भी हनुमान से सभी के लिए मंगल कामनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के परम सेवक एवं कार्य साधक वीर हनुमान की महिमा अपरंपार है। उनके स्मरण मात्र से ही भूत-प्रेत, पिशाच तथा अनिष्टकारी शक्तियां दूर भाग जाती हैं। महावीर, ज्ञान, वैराग्य, बुद्धि के प्रदाता की साधना के अनेक रूप प्रचलित हैं। श्री हनुमान जी अपने भक्त की प्रार्थना सुनकर तत्काल सभी का कष्ट हर लेते हैं। लोक देवता के रूप में भगवान हनुमान की भी आराधना की जाती है। साक्षात परमेश्वर रूद्र हैं। आज के दिन श्री हनुमान जी की आराधना विशेष फलदायी है। जय हनुमान ज्ञान गुण सागर का पाठ भक्तों को सुख शांति के साथ अपने कष्टों से मुक्ति भी दिलाएगा।
जयराम विद्यापीठ में आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री तथा विद्वान ब्राह्मणों द्वारा ब्रह्मचारियों के साथ सर्वकल्याण की भावना से अखंड सुंदरकांड पाठ किया गया। आचार्य लेखवार ने बताया कि वीर हनुमान जी भगवान शिव के 11 वें अवतार माने जाते हैं और वानर देव के रूप में इस धरती पर रामभक्ति और राम कार्य सिद्ध करने के लिए अवतरित हुए। हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं।
परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हुए पूर्ण विश्व के कल्याण की मंगल कामना की गई। इस अवसर पर के. के. कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, पुरुषोत्तम, प्रवीण कुमार, जितेंद्र एवं पंकज पुजारी इत्यादि भी मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमत ध्वजारोहण उपरांत हनुमान चालीसा पाठ करते हुए एवं सुंदरकांड पाठ करते हुए ब्रह्मचारी।