सौरिख
प्रभु श्रीराम परीक्षा से नहीं प्रतीक्षा से प्राप्त होते हैं
जिला संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी/सुमित मिश्रा
सौरिख कस्बे में चल रही राम कथा के तीसरे दिन आचार्य के मुखारविंद से प्रभु श्री राम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया सौरिख नगर सौ ऋषि यों की तपोभूमि कहीं जाती है नगर में हरि कथा सत्संग संगम 19 वा कार्यक्रम का आयोजन किया गया गौरी कुंड निकट संजय नगर सौरिख में नव दिवसीय श्रीराम कथा का महोत्सव आरंभ हुआ व्यास पीठ पर मंचासीन मानस भूषण आचार्य रमन बिहारी शरण कथा पंडाल में बैठे भक्तों को प्रभु श्री राम की कथा का वर्णन किया नौ दिवसीय रामकथा के तृतीय दिवस पर आचार्य ने मनमोहक कथा का वर्णन किया उन्होंने बताया प्रभु का नाम लेने से सारे भव के बंधन मुक्त हो जाते हैं राम परीक्षा से नहीं प्रतीक्षा से प्राप्त होते हैं एक बार प्रभु श्री राम सीता मां की खोज में निकले हुए थे उसी समय मां सती ने प्रभु श्री राम की परीक्षा ली थी प्रभु ने मां समझकर उन्हें दंडवत प्रणाम किया वहीं दूसरी तरफ प्रभु श्री राम की एक मां प्रतीक्षा कर रही थी प्रतीक्षा करते करते काफी समय बीत गया जब प्रभु श्री राम के दर्शन नहीं हुए बड़ा उदास हो गई उसे आस थी कभी न कभी हमारे भगवान हमारे आंखों का उजाला बनेंगे शिवरी प्रभु श्री राम की अनन्य भक्तों की व्यास जी ने बताया कर्म करते रहो कर्म के फलस्वरूप फल की प्राप्ति होगी कथा पंडाल में सैकड़ों बैठे श्रोता गण कथा सुन भाव विभोर हो गए आचार्य के मुखारविंद से अमृत रूपी धारा में प्रभु श्रीराम के आदर्शों का वर्णन किया गया व्यास जी का फूल मालाओं से स्वागत किया गया उन्होंने कथा के दौरान संदेश दिया परीक्षा और प्रतीक्षा में अंतर होता है कथा सुन श्रोता भाव विभोर हो गए