जयराम विद्यापीठ में हुआ किसानों की समृद्धि के लिए हलहारिणी अमावस्या पूजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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हलहारिणी अमावस्या पर किसानों को भगवान शिव और इंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है।
कुरुक्षेत्र, 18 जून : रविवार को आषाढ़ महीने कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर हलहारिणी अमावस्या विशेष पूजन हुआ। इस अवसर पर विद्वान ब्राह्मणों एवं वेद पाठियों ने देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से देश प्रदेश के किसानों की समृद्धि के लिए हलहारिणी अमावस्या पूजन किया।
जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के निर्देशानुसार हर वर्ष देशभर में अच्छी फसलों एवं किसानों की सुख समृद्धि के लिए विद्यापीठ में पूजन किया जाता है।
पूजन करवा रहे आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार ने बताया कि इस अमावस्या तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। किसानों को भगवान शिव और इंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है। आषाढ़ महीने की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। विशेष तौर पर किसानों के लिए हलहारिणी अमावस्या के दिन का बहुत महत्व होता है। उन्होंने बताया कि हलहारिणी अमावस्या पर स्नान-दान और धर्म-कर्म के कार्यों से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आचार्य लेखवार ने बताया कि इस दिन कृषि यंत्रों का पूजन किया जाता है और विशेषकर माता धरती से अच्छी फसल के उत्पादन के लिए प्रार्थना की जाती है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सूर्य की उपासना होती है। साथ ही अच्छी बरसात हो, इसके लिए इंद्र देव को प्रसन्न किया जाता है। आचार्य लेखवार ने कहा कि हलहारिणी अमावस्या विशेषकर किसानों के लिए बहुत अधिक महत्व रखती है। इस अवसर पर के. के. कौशिक एडवोकेट, श्रवण गुप्ता, कुलवंत सैनी, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक व रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।
अमावस्या पूजन के उपरांत भंडारे में भोजन ग्रहण करते हुए।