पी0सी0मीना ,अपर पुलिस महानिदेशक,बरेली जोन द्वारा पुलिस महानिरीक्षक बरेली परिक्षेत्र, पुलिस उप महानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र एवं जोन के सभी श्रावण मास / कावड़ यात्रा से सम्बन्धित जनपदीय नोडल पुलिस अधिकारियों के साथ गोष्ठी कर श्रावण मास को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु आवश्यक दिये गये दिशा-निर्देश
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : पी0 सी0 मीना , अपर पुलिस महानिदेशक, बरेली जोन द्वारा पुलिस महानिरीक्षक, बरेली परिक्षेत्र/पुलिस उप महानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र, बरेली जोन के समस्त श्रावण मास / कावड़ यात्रा से सम्बन्धित जनपदीय नोडल पुलिस अधिकारियों के साथ गोष्ठी कर श्रावण मास को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के उददेश्य से कांवड यात्रा के दौरान रूट डायवर्जन प्लान एवं अन्य तैयारियों के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गयेः- सभी कॉंवड़ जत्थेदारों के साथ मीटिंग कर लें तथा उनको अवगत करायें कि कोई भी वाहन की छत पर बैठकर या खड़े होकर यात्रा न करें, पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित मार्ग पर ही अपने वाहन से अथवा पैदल यात्रा करें। सभी जत्थेदारों की मीटिंग कर जत्थों का विवरण रजिस्टर में इन्द्राज करें।कॉंवड़ यात्रा के दौरान डीजे की आवाज मानक के अनुसार रखी जाये तथा केवल धार्मिक गीत ही बजाये जाये।श्रावण मास में कॉंवड़ यात्रा के दृष्टिगत मार्ग एवं मन्दिरों पर उचित पुलिस प्रबन्ध कराना सुनिश्चित करें तथा मन्दिरों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरों से निगरानी कराना सुनिश्चित करें। कॉंवड़ यात्रा के दृष्टिगत सभी जनपद ट्रैफिक डायवर्जन प्लान की समीक्षा कर लें तथा उसका कड़ाई से पालन करायें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। जनपदीय नोडल अधिकारी ट्रैफिक डार्यवर्जन प्लान व जत्थों के आवागमन के दृष्टिगत अन्य जनपदों के अधिकारीगण से लगातार समन्वय बनाये रखें।सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्र के धर्मगुरूओं/जनप्रतिनिधि/ग्राम प्रधानों/व्यापारीगण एवं मीडिया बन्धुओं के साथ लगातार संवाद स्थापित बनाये रखें जिससे आवश्यकता पड़ने पर आप उनकी मदद लें सके। सभी मंदिरों/धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबन्ध करा लिये जायें। देर रात्रि में थानाक्षेत्र की पोस्टर पार्टी द्वारा सभी धार्मिक स्थलों की चैकिंग की जाये। यदि कोई घटना घटित होती है तो सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुये तुरन्त घटनास्थल पर अधिक से अधिक संख्या में पुलिस बल पहुॅंच जाये तथा घटना के पश्चात मौके पर लोगों से वार्ता कर शान्ति व्यवस्था बहाल की जाये।मोहर्रम के दृष्टिगत सभी आयोजनकर्ता से वार्ता कर लें तथा सभी जुलूस परम्परागत मार्गों से ही निकले।मोहर्रम के दृष्टिगत सभी संवेदनशील स्थानों पर पिकेट डयूटी अवश्य लगायें तथा इस बात का भी ध्यान रखा जाए। कि कांवड जुलूस तथा मोहर्रम जुलूस दोनों आमने- सामने न आये।