विद्यापीठ में निरंतर सर्वकल्याण की भावना से गुप्त नवरात्र पूजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन हुई मां षोडशी साधना एवं पूजा।
कुरुक्षेत्र, 21 जून : जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्र के अवसर पर सर्व कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निरंतर मां दुर्गा शक्ति की आराधना एवं पूजा चल रही है।
आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री, विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की शक्ति आराधना पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ की जा रही है। आचार्य लेखवार ने बताया कि गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्र के दौरान भक्त त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, माता भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, माता मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन मां षोडशी की पूजा का विशेष महत्व है। आज पूरे विधि विधान से मां षोडशी का पूजन हुआ। आचार्य लेखवार ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से मां षोडशी की पूजा करता है तो उसके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती है और उसे सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन मां षोडशी की पूजा करने से मृत्यु के पश्चात् मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर के.के. कौशिक, श्रवण गुप्ता, टेक सिंह, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में पाठ करते हुए।