जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्रों पर हुआ श्री चंडी कवच का पाठ व आदि शक्ति मां भवानी की पूजा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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जयराम विद्यापीठ में चल रही है गुप्त नवरात्र पूजा।
कुरुक्षेत्र, 24 जून : जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ में समाज में सुख शांति एवं सर्व कल्याण के लिए आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री एवं ब्रह्मचारियों द्वारा मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की गुप्त नवरात्र पूजा एवं अनुष्ठान किया जा रहा है।
शनिवार को गुप्त नवरात्रों के छठे दिन श्री चंडी कवच का पाठ व आदि शक्ति मां भवानी स्वरूप की पूजा हुई। आदि शक्ति मां भवानी की पूजा अर्चना मंत्रोच्चारण के साथ की गई। गुप्त नवरात्र के छठे दिन लाल वस्त्रों के साथ मां दुर्गा शक्ति को शहद का भोग लगाया गया। साथ श्रृंगार भेंट किया गया।
आचार्य लेखवार ने कहा कि गुप्त नवरात्र की पूजा गुप्त एवं कठोर अवश्य है लेकिन बहुत कल्याणकारी एवं फलदायी है। उन्होंने बताया की गुप्त नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही मनोरथ सिद्ध हेतु मां के निमित्त व्रत भी रखा जाता है। सनातन धर्म शास्त्रों में निहित है कि मां कात्यायनी आदि शक्ति मां भवानी हैं। ये ही काली और चंडी हैं। मां कात्यायनी भक्तों का उद्धार करती हैं। उनके दुख हर लेती हैं। वहीं दुष्टों का संहार करती हैं।इस अवसर पर के.के. कौशिक, श्रवण गुप्ता, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, कपिल मित्तल, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में पाठ करते हुए।