मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर जिलाधिकारी ने की समीक्षात्मक बैठक, दिये आवश्यक दिशा-निर्देश:-
उच्च जोख़िम वाले प्रखंडों में विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत:- जिलाधिकारी
कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी: डीएम।
अगस्त महीने में होने वाले मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षात्मक बैठक का आयोजन समाहरणालय स्थित सभाकक्ष आहूत की गई।
इस दौरान जिले के सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित कई अन्य अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि 07 अगस्त 2023 से तीन चरणों में सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू होगा।
इस अवसर पर डीडीसी साहिला, नगर आयुक्त आरिफ अहसन, डीपीआरओ दिलीप सरकार, सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
उच्च जोख़िम वाले प्रखंडों में विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत:–जिलाधिकारी
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि मिशन इंद्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है।
टीकाकरण का कवरेज अधिक करने के लिए यह अभियान चिह्नित उच्च जोखिम वाले जिलों में चलाया जाता है।
आगे उन्होंने बताया कि पूर्णिया जिले के सभी प्रखंडों में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत आगामी माह में नियमित टीकाकरण को गति देने एवं वंचित बच्चों को सात प्रकार के वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी।
जिसमें उच्च जोखिम वाले प्रखंडों यथा- बैसा, बायसी, अमौर, पूर्णिया पूर्व प्रखण्ड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप अभियान चलाया जाएगा।
डब्ल्यूएचओ के एसएमओ अनीसुर्रहमान को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को मिशन इंद्रधनुष से संबंधित आवश्यक जानकारियों को अविलंब उपलब्ध कराया जाए।
ताकि कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफ़लता में किसी तरह से कमी नहीं हो।
जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी है जिलाधिकारी महोदय द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि माइक्रो प्लान के तहत गर्भवती महिलाएं एवं जीरो से 5 वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है।
जिसको लेकर मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत ज़िले के सभी 14 प्रखंडों के चयनित सत्र स्थलों पर गर्भवती महिलाएं एवं बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि ज़िले के सभी 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाएंगे।
इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके भी लगाना है।
उन्होंने यह भी बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चों एवं सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।