तपस्या द्वारा असंभव कार्य भी संभव बन जाते हैं : राजयोगिनी सरोज दीदी।
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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कुरूक्षेत्र में हुआ कार्यक्रम।
कुरुक्षेत्र, 10 जनवरी :- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र पर आज प्रातः कालीन सभा में राजयोगिनी सरोज दीदी केंद्र प्रभारी ने बताया कि तपस्या द्वारा असंभव कार्य भी संभव बन जाते हैं, इसलिए हर व्यक्ति को शिव परमात्मा का ध्यान करना चाहिए। उन्होने बताया कि भक्ति में कहते हैं कि आप प्रभु आओगे, तो हम आप पर कुर्बान हो जाएंगे। मगर भक्ति करने वालों को पता ही नहीं कि कुर्बान कैसे जाते हैं। जैसे जो अपने देश पर कुर्बान होते हैं, उनको सभी याद करते हैं। भगवान बताते हैं कि कुर्बान कैसे जाना होता है। हम मन, वचन, कर्म से परमात्मा को याद करते हैं फिर परमात्मा याद से स्वराज्य अधिकारी बनते हैं। अपनी सभी कर्म इंद्रियों पर राज करना ही स्वराज अधिकारी बनना है। हम सभी आत्माएं कितनी भाग्यवान हैं कि अभी आत्मा और परमात्मा की पूर्ण जानकारी मिल गई है। जब आत्मा शरीर में आती है, तो मनुष्य कहते हैं, आत्मा के बिना तो शरीर मुर्दा होता है। अब हम रहम दिल बन कर अपकारी पर भी उपकार से शुभचिंतक बन जाएंगे। इस अवसर पर बीके निर्मल सैनी, बीके जरनैल कौर, बीके गिरिजा, बीके सतिन्दर कौर, बीके संतोष वर्मा, बीके राजकुमारी, बीके सतीश कत्याल, प्रोफेसर सुरेश चंद्र, बीके जगदीश चंद्र, बीके बलवंत शर्मा, बीके वीरभान, बीके दिलबाग और बीके जसवीर सिंह मिर्जापुर आदि मौजूद रहे।