शिक्षामित्रों ने मनाया काला दिवस, काली पट्टी बांधकर जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के आह्वान पर शिक्षामित्रों ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से समायोजन रद होने के छठवीं बरसी को काला दिवस मनाया। विद्यालयों मे काली पट्टी बांध कर विरोध किया। विद्यालय समय बाद जनपद मे जिलाध्यक्ष कपिल यादव के नेतृत्व मे चौकी चौराहा स्थित सेठ दामोदर स्वरूप पार्क मे शिक्षामित्र एकत्रित हुए। मृतक शिक्षामित्रों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रखा। इसके बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी मुन्नालाल को सौंपा। जिला संरक्षक विनीत चौबे ने कहा कि शिक्षामित्रों को महज दस हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय देकर शोषण किया जा रहा है। देश के भीतर प्रदेश के शिक्षामित्रों का मानदेय सबसे कम है। जिसके कारण परिवार का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल गंगवार ने कहा कि अब तक करीब आठ हजार से अधिक शिक्षामित्रों की अवसादग्रस्त होने से जान जा चुकी है। जिसको देखते हुए जिले के शिक्षामित्र मीडिया के माध्यम से अपना दर्द मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री तक पहुंचाना चाहते है। शिक्षामित्रों ने जान गवां चुके शिक्षामित्रों के लिए दो मिनट मौन रखा। सरकार से मांग किया कि शिक्षामित्रों की परेशानी को देखते हुए अति शीघ्र अन्य प्रदेशों की तरह स्थायी निराकरण करें। अन्यथा एक शिक्षामित्र एक बार फिर आंदोलन करने के लिये मजबूर होंगे। जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि शिक्षामित्रों का समायोजन 25 जुलाई 2017 को सर्वोच्च न्यायालय ने रद कर दिया। छह साल के भीतर शिक्षामित्रों की हालत दयनीय हो गई है। महंगाई के दौर मे अल्प मानदेय पर काम करना नामुमकिन होता जा रहा है। इस मौके पर विनीत चौबे, अनिल गंगवार, अरविंद गंगवार, अचल सक्सेना, कुंवरसेन गंगवार, विजय चौहान, आसिम हुसैन, हेत सिंह यादव, चरन सिंह, सत्यम गंगवार, भगवान सिंह यादव, अरविंद गंगवार, राजेश गंगवार, गंगाधर, शिशुपाल सिंह, मोहम्मद यूनुस अंसारी, चरन सिंह, रेखा, प्रेमवती, श्रवण कुमार, फरजंद अली, कमलेश कुमार शर्मा, धर्मेंद्र पटेल, राजीव कुमार, मैकूलाल, दौलतराम, सत्यपाल, हरीश कुमार, सहित सैकड़ों शिक्षामित्र शामिल रहे।