साहित्यकार डा. वासुदेव शरण अग्रवाल की मनी जयन्ती
अररिया
फारबिसगंज के प्रोफेसर कॉलोनी में पं० रामदेनी तिवारी ‘द्विजदेनी’ क्लब के द्वारा शिक्षाविद् सह भारतीय संस्कृति, पुरात्व के मर्मज्ञ विद्वान और हिन्दी साहित्य जगत के उच्च कोटि के विचारक, समालोचक निबंधकार ,साहित्यकार डा. वासुदेव शरण अग्रवाल की जयन्ती बाल साहित्यकार हेमन्त यादव की अध्यक्षता में सोमवार को मनाई गई।कार्यक्रम का संयोजन मनीष राज ने किया।
सज्जनों के द्वारा उनकी तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पण एवं नमन के बाद सभाध्यक्ष श्री यादव सहित सुरेन्द्र प्रसाद मंडल, हरि शंकर झा, हरि नन्दन मेहता एवं विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि डा. वासुदेव शरण अग्रवाल का जन्म 07 अगस्त 1904 को उत्तरप्रदेश के मेरठ जिला के खेड़ा ग्राम में हुआ था और मृत्यु 26 अगस्त 1966 को हुई थी। डा० अग्रवाल पाली, संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी और अन्य भाषाओं के ज्ञाता तथा उच्च क्रम के विज्ञान माने जाते थे। इनकी प्रमुख रचनाएँ- ‘मेघदूत- एक अध्ययन’ ,पाणिनी, कादम्बरी, कल्प वृक्ष, भारत की एकता, मातृभूमि आदि है। इनका निबंध साहित्य हिन्दी साहित्य में अमूल्यनिधि के रूप में स्वीकार किया गया है। इसी अवसर पर सिमरबनी निवासी पूर्व फुटबॉलर, समाजसेवी एवं साहित्य प्रेमी वयोवृद्ध सच्चिदानन्द सिंह को साहित्यकारों एवं साहित्य प्रेमियों के द्वारा शाॅल ओढ़ाकर एवं पुस्तकादि प्रदान कर सम्मानित किया गया। मौके पर शिव नारायण चौधरी, अरविन्द ठाकुर ,शिवराम साह, पलकधारी मंडल, ब्रह्मदेव पासवान, गोपाल झा आदि साहित्यकार मौजूद थे।