अतिक्रमण
रिपोर्टर, जफर अंसारी
स्थान, लालकुआ
,लालकुआ विधानसभा क्षेत्र के गौलापार स्थित हल्दूवानी डिवीजन कि छकाता रेंज में भू माफियाओं ने सरकारी जमीन की खरीद और बिक्री को बच्चों को खेल बना दिया है नबनखेड़ा क्षेत्र के वन प्रभाग हल्दूवानी डिवीजन कि छकाता रेंज में वन आरक्षित भूमि को भू माफिया घडल्ले से बेच रहे हैं यहां 500 से 700 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से आरक्षित वन भूमि बेची जा रही है वही विभाग को इसकी जानकारी होने के बाबजूद जिम्मेदार अधिकारी इस और अपनी आखें मुद्दे बैठे हुए है।
बताते चले कि वन प्रभाग के हल्दूवानी डिवीजन की छकाता रेंज में आरक्षित भूमि कई एकड़ तक फैली है इस आरक्षित जमीन पर न तो कोई निर्माण हो सकता है, न ही किसी को खरीदी बेची जा सकती है। इस भूमि पर कोई पक्का निर्माण भी नहीं हो सकता है। वन विभाग के अनुसार करीब कुछ जमीन पर यहां अतिक्रमण हो चुका है तथा इस जमीन पर पक्के निर्माण भी हो चुके हैं। इधर जमीनी हकीकत यह है कि विभागीय लापरवाही के चलते वन भूमि पर अवैध कब्जा हो चुका है तथा रिजर्व फॉरेस्ट की जमीन को माफियाओं द्वारा स्टांप पेपरों पर बेचा भी जा रहा है। भले ही प्रापर्टी डीलरों के पास इसका दस्तावेज नहीं हो, लेकिन उनके द्वारा इसको 500 से 700 रुपये वर्ग फीट से बेच रहे है। वही भू माफिया बेखौफ होकर वन जमीन खरीद और बेच रहे है तथा वन विभाग कि लहपरवाही के चलते उक्त भूमि पर पक्के निर्माण होते जा रहे है तथा कुछ निर्माण कार्य चल रहे है जिन्हें रोकने टोकने वाला भी नहीं है।
इधर स्थानीय निवासी नन्दन पाल ने बताया कि छकाता रेंज कि वन आरक्षित भूमि जो खाली है उसको भी भू माफिया घेर कर कब्जे में ले चुके हैं तथा क्षेत्र में रिजर्व फॉरेस्ट की जमीन पर अवैध कब्जे हो चुके हैं तथा कुछ पर निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से जमीन पर निर्माण कार्य को रोकने के लिए पूर्व में एक दो बार कारवाई भी कि जा चुकी है। लेकिन भू माफियाओं कि मोठी साठगांठ के फिर से काम जोरों पर चल रहा है उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस मामले को लेकर लिखित शिकायत की जा चुकी हैं लेकिन वन इस और कोई कारवाई करता नही दिख रहा उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस और ठोस कारवाई जल्द से जल्द कि जाये।
वही मामला जब सोशल मीडिया पर प्रकाशित हुआ तब जाकर वन विभाग ने उक्त जमीन पर चल रहे निर्माण कार्य को रूकवाया
बाईट, नन्दन पाल शिकायतकार्ता ।