श्री बांके बिहारी मंदिर में रासलीला के चौथे अंतिम दिन बाबा की हुई आरती
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : “चंद्र खिलौना लेहो मैया मोरी लीला से पूर्व सेवादार जगदीश भटिया ने भजन सुनाया “बिगड़ा नसीब किसने सावरा तेरे बगैर..
यमलार्जुन उद्धार लीला। नारदजी के श्राप से कुबेर के पुत्र नलकूबर और मणि ग्रीव, बनकर नंद जी के यहां प्रकट होते हैं श्री कृष्ण दही दूध की मटकी फोड़कर उधम मचाते हैं तो मां यशोदा उन्हें ऊखल से बांध देती हैं । कृष्ण उखल घसीटकर पेड़ों के समीप ले जाते हैं दोनों पेड़ों बीच उखल को फंसाकर खींचते हैं तो पेड़ गिर जाते हैं और देवपुत्र प्रकट होते हैं उनका उद्धार हो जाता है वे श्री कृष्ण को प्रणाम कर देवलोक को चले जाते हैं। सहयोग में अध्यक्ष विनोद ग्रोवर, दिनेश तनेजा, अश्वनी ग्रोवर, विजय गुप्ता, विजय बंसल, मनोहर लाल का रहा, सेवादार जगदीश भाटिया ने बताया 21 तारीख को शाम 7:00 बजे हरि इच्छा तक ,श्री राजीव शास्त्री जी( सोनीपत )वाले भजन संध्या करेंगे।