अररिया कोर्ट स्टेशन को आधुनिकीकरण की बारिश ने खोला पोल
अररिया
कटिहार जोगबनी रेलखंड के महत्वपूर्ण स्टेशन में से एक अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन का कुछ माह पहले ही आधुनिकीकरण किया गया और इस आधुनिकीकरण का जमकर प्रचार प्रसार भी हुआ।लेकिन दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश ने आधुनिक स्टेशन अररिया कोर्ट स्टेशन की कलई खोल कर रख दी।स्टेशन के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हुए प्लेटफार्म पर बने शेड से तेज पानी की धार यात्रियों के स्वागत करती नजर आई।स्टेशन के प्लेटफार्म शेड में दर्जनों स्थानों पर पानी का तेज रिसाव से यात्री भींगने से बचाव के लिए जुगत लगाते नजर आए।तेज मूसलाधार बारिश के बीच शेड से पानी का रिसाव ट्रेन के इंतजार में खड़े यात्रियों को भारी मुश्किलों में डाल रखा था।पूरा प्लेटफार्म पानी पानी रहा और इस दौरान प्लेटफार्म पर फिसलन के कारण कई यात्री गिरकर चोटिल हुए।यात्रा करने वाले यात्री स्वयं के साथ अपने साथ समानों को लेकर स्टेशन पहुंचे थे और स्टेशन पर चारों ओर पानी के बिखराव के कारण समानों को सुरक्षित रख पाने में भी उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी।सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों के साथ पहुंची महिला यात्रियों को उठानी पड़ी।बच्चों के साथ खोद को भींगने से बचने के लिए जुगत लगाते नजर आए।
कटिहार के लिए ट्रेन पकड़नी पहुंचे मनीष कुमार पांडेय ने कहा कि प्लेटफार्म पर इससे पहले ही शेड अच्छा था।जिसमे कुछ स्थानों पर ही रिसाव होता था।लेकिन आधुनिकीकरण के नाम पर जिस तरह का घटिया काम हुआ है।वह आहत करने वाला है।उन्होंने इलाके का फकरा कहते हुए कहा कि स्टेशन तो आगे से फिटफाट है,लेकिन अंदर से मोकामा घाट है।वहीं प्लेटफार्म पर मौजूद नूतन कुमारी,कंचन कुमारी,रत्नमाला देवी आदि ने भी स्टेशन पर आधुनिकीकरण के नाम पर किए घटिया काम पर प्रश्न खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री और रेलमंत्री से इसकी जांच कर निर्माण करने वाली एजेंसी और संवेदक पर कानूनी कार्रवाई की मांग की।वहीं आबिद हुसैन,नीलमणि सिन्हा,संजय प्रसाद आदि ने स्थानीय सांसद की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़ा किया कि जनप्रतिनिधियों का काम होता है विकास के साथ गुणवत्तापूर्ण काम कराए जाने की।लेकिन उद्घाटन करने वाले सांसद प्रदीप कुमार सिंह को मानो इन सबसे कोई लेना देना नहीं है। इनलोगों ने सांसद पर भड़ास निकालते हुए कहा कि ऐसे ही जनप्रतिनिधियों के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्य में सतत प्रयत्नशील रहने के बावजूद बदनामी हाथ लगती है।प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों ने आधुनिकीकरण के नाम पर हुए कार्य की गुणवत्ता की जांच की मांग की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।