उत्तराखंड: बेरोजगारी के आंकड़े डराने वाले है, बलवीर तलवाड़
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
उत्तराखण्ड में बेरोजगारी का आंकड़ा पिछली सरकारों को बेनकाब करने के लिये काफी है । उत्तराखण्ड में पिछले 20 सालों में राष्ट्रीय दोनों पार्टियों ने सरकारें चलाई लेकिन प्रदेश से बेरोजगारी को दूर नही कर पाई । उत्तराखण्ड से बेरोजगारी को दूर करने के लिये संसाधनों का सदुपयोग किसानों को उद्यानीकरण के लिए प्रेरित करना खेती को उधोगों का दर्जा देना । सरकारी संस्थानों के रिक्त स्थानों की पूर्ति करके बेरोजगारी को दूर किया जा सकता है । उसके लिये इच्छा शक्ति की जरूरत होती पिछली सरकारें बेरोजगारों के प्रति कभी भी संवेदनशील नही रही है आज उत्तराखण्ड के अंदर बेरोजगारी का आंकड़ा 9 लाख के पार पहुंच गया है ये आंकड़ा उन लोगों का है जिनका रजिस्ट्रेशन जिला सेवायोजन कार्यालयों में किया गया है इसके अलावा भी प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ा है क्रोना के बाद इसमें इजाफा हुआ है । सरकार रोजगार देने में विफल रही है ।
आने वाले 2022 के चुनावों में जनता सोच समझ कर वोट करे प्रदेश के युवा युवतियों के भविष्य का सवाल है । उत्तराखण्ड में रोजगार को बढ़ाने और आम आदमी के खर्चों में बचत करने की आवश्यकता है । इसके लिए संसाधनों में बढ़ोतरी करने की जरूरत है ।
जय अन्त्योदय