वित्तीय सह डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम और घर घर केसीसी अभियान
नाबार्ड द्वारा प्रायोजित वित्तीय सह डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम और घर घर केसीसी अभियान मुख्य प्रबंधक ( सेवानिवृत्त) श्री अजय कांत झा, वित्तीय साक्षरता सलाहकार, भारतीय स्टेट बैंक, पूर्णिया के द्वारा उच्च विद्यालय श्रीनगर में संपन्न हुआ. परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने का मूलमंत्र बताया गया.
वित्तीय कौशल को समझने और लागू करने की क्षमता है और आत्मनिर्भर बनने मे मदद करता है. जागरुक छात्र भी अपने अपने माता पिता का मार्गदर्शन कर सकते हैं.
बचत की आदत बचपन से ही बच्चों को डालने की जरूरत है. छोटी छोटी बचत से ही बड़ी बचत होती है. बूंद बूंद से घंडा भरता है. पैसा नियमित बचत करना चाहिए. गैर जरूरी खर्चा का त्याग करना चाहिए और चतुराई से निवेश करना चाहिए.
डिजिटल ट्रांसैक्शन के लिए प्रेरित किया गया साथ ही लेनदेन सिर्फ डिजिटल करने के लिए शपथ भी दिलाया गया. वित्तीय सह डिजिटल साक्षरता एक अभियान है जिसे जारी रखना है और अपने दोस्तों, मित्रों और सगे संबंधी को भी इस अभियान से जोड़ने की जरूरत है. डिजिटल भुगतान अपनाओ औरों को भी सिखाना है. आरबीआई कहता है “सही वित्तीय बर्ताव करे आपका बचाव”. ओटीपी, ATM पिन, यूपीआई पिन, काड॔ नंबर, पर्सनल जानकारी किसी के साथ शेयर ना करने का सुझाव दिया गया. किसी प्रकार के लोभ या भय मे फोन पर किसी प्रकार की जानकारी ना दे अन्यथा मेहनत से बचत जमा पूँजी खाते से गलत तरीके से निकासी हो सकता है. किसी प्रकार का गलत निकासी हो जाय तो साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत तुरंत दर्ज करे. श्री मिथिलेश कुमार, जिला अग्रणी प्रबंधक ने घर घर केसीसी अभियान के बारे में बिस्तार पूर्वक जानकारी दिया. ये अभियान 31 दिसंबर 23 तक चलेगा.
बच्चों के बीच वित्तीय सह डिजिटल पर एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी किया गया. प्रथम अभिषेक कुमार, द्वितीय विकास कुमार तृतीय दिलशाद सह स्थाना प्राप्त किया जिससे ट्रॉफी और मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया. विद्यालय परिवार को भारतीय स्टेट बैंक की और से बहुत-बहुत धन्यवाद कहां गया.