स्वास्थ्य विभाग में बहाल कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपनी हक की लड़ाई के लिए की बैठक
- आउटसोर्सिंग से मुक्त कर सभी कंप्यूटर ऑपरेटर को राज्य स्वास्थ्य समिति में किया जाए समायोजन
- कोरोना जैसी महामारी में भी कंप्यूटर ऑपरेटर ने निभाया है अहम भूमिका, सरकार नहीं दे रही है ध्यान
- अपनी हक की लड़ाई के लिए ऑपरेटर सरकार के पास रखेगी अपनी बात, जरूरत पड़ने पर करेंगे हड़ताल
अररिया
रविवार को सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य में कार्यरत डॉटा इंट्री ऑपरेटरों ने बैठक की। बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में बने कंप्यूटर ऑपरेटर ने राज्य स्वास्थ्य समिति में बिना शर्त के समायोजन की मांग की। कंप्यूटर ऑपरेटररों ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में भी कंप्यूटर ऑपरेटर अहम भूमिका निभाया है।इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग हम लोगों को आउटसोर्सिंग के तहत बहाल रखा है। आउटसोर्सिंग के तहत बहाल रहने के कारण हम लोगों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल पा रहा है। सभी कंप्यूटर ऑपरेटर को बिना शर्त के आउटसोर्सिंग से मुक्त कर राज्य स्वास्थ्य समिति में समायोजन किया जाए।अगर सरकार हम लोगों की बात को नहीं मानती है तो सभी कंप्यूटर ऑपरेटर सामूहिक होकर काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे।जरूरत पड़ने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।हम लोग अपनी मांग को लेकर सभी एकजुट होकर सरकार की पास बात रखेंगे। हम लोगों के द्वारा सरकार के पास कई बार भी बात को रखा जा चुका है। इसके बावजूद भी हम लोगों की बात को ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि स्वास्थ्य विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की भूमिका अहम है। इस बैठक में उपेंद्र विश्वास, इमरान खान, मो दानिश, सूरज कुमार, राहुल कुमार, मो इमाज ,मो सलमान, उदित कुमार, अर्जुन यादव, राशिद रेजा, भास्कर भारती, सूरज कुमार,दिगंबर कुमार, विकास कुमार,नितेश कुमार, मो अजीज, मो कमरू अंसारी, सुमित कुमार, मो एहतेशाम, मो कामरान नाकी, मो शाहजहां आदि ने बैठक में भाग लेकर अपनी हक की लड़ाई के लिए आवाज को बुलंद की।