श्री कृष्ण साक्षात भगवान है वह जगतगुरु : आचार्य राजेश वत्स।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स ने भगवान कृष्ण जी की लीला का किया सुंदर वर्णन।
कुरुक्षेत्र, 11 अक्तूबर : सिद्ध पीठ बांसुरी बगलामुखी मंदिर के प्रांगण में सामूहिक श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव के सुंदर प्रसंग की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर काफी संख्या में धर्म प्रेमी मौजूद रहे और भगवान श्री कृष्ण के भजनों पर झूमे और जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। आचार्य जी ने कहा कि संसार के सभी प्राणियों का जन्म अपने-अपने कर्मों के अनुसार होता है किंतु भगवान का अवतार तो करुणा वश होता है,धर्म की स्थापना और रक्षा तथा अधर्म का नाश करने के लिए वह अजन्मा होकर के भी धरती पर अवतार लेते हैं। श्री कृष्ण जन्म के सुंदर अवसर पर आचार्य पंडित राजेश वत्स ने बताया कि 28 में द्वापर में भगवान श्री नारायण संपूर्ण ऐश्वर्य तथा अद्भुत कलाओं के साथ मैया देवकी और वासुदेव के आठवें पुत्र बनकर अवतरित हुए। श्री कृष्ण साक्षात भगवान है वह जगतगुरु है और वही कलयुग में संपूर्ण प्राणियों के कल्याण के लिए अक्षरों और शब्दों के रूप में श्रीमद् भागवत महापुराण समाए हुए हैं। कथा में मुख्य यजमान के रूप में पानीपत से सत्यनारायण शर्मा, सावित्री देवी, डॉ जसवंत सिंह, गुरु धाम संस्कृत वेद पाठशाला के आचार्य राजेश्वरानंद, करनाल से लक्ष्मण आदि ने कथा में भाग लिया।
श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स कथा करते हुए।