लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 121 वीं जयंती पर हुई गोष्ठी
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : मानव सेवा क्लब के तत्वावधान में समग्र क्रान्ति के पुरोधा भारत रत्न जयप्रकाश नारायण की 121 वीं जयंती पर एक गोष्ठी का आयोजन क्लब के कहरवान स्थित ने कार्यालय सभागार में किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ में मां शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण से अतिथियों द्वारा हुआ। सरस्वती वंदना अरुणा सिन्हा ने प्रस्तुत की। शकुन सक्सेना और मीरा मोहन ने वन्देमातरम तथा प्रकाश सक्सेना ने आव्हान गीत प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता सहित्य भूषण’ सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा जय प्रकाश बाबू ने पूरे देश में सम्पूर्ण क्रांति’ नामक आन्दोलन चलाया।
पटना में अपने विद्यार्थी जीवन में जयप्रकाश नारायण ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया। जयप्रकाश नारायण
1929 में जब अमेरिका से लौटे तब भारतीय स्वतंत्रता संग्राम तेज़ी पर था। उनका संपर्क जवाहर लाल नेहरु से हुआ। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने। क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने बताया कि बिहार से उठी सम्पूर्ण क्रांति की चिंगारी देश के कोने-कोने में आग बनकर भड़क उठी थी। जे॰ पी॰ के नाम से मशहूर जय प्रकाश नारायण घर-घर में क्रांति का पर्याय बन चुके थे। इन्द्र देव त्रिवेदी , निर्भय सक्सेना, मीरा मोहन ने देश के महा पुरुष जय प्रकाश नारायण को उनकी 121 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए प्रसंग साझा किए। संचालन सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया।सुधीर मोहन,जितेन्द्र सक्सेना , रश्मि सक्सेना,सुनील कुमार, प्रकाश,अरुणा उपस्थित रहे। सभी का आभार महासचिव सत्येंद्र कुमार सक्सेना ने व्यक्त किया।