दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वार सात दिवस श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत पूजन से हुआ शुभारंभ
फिरोजपुर 13 अक्टूबर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
जिलादिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागत कथा के प्रथम दिवस का शुभारम्भ विधिवत पूजन से हुआ जिसमें अनीश नागपाल और विकास काठपाल के परिवार ने हिस्सा लिया।कथा व्यास साध्वी कालिन्दी भारती जी ने कथा का माहात्म्य बताते हुए कहा कि हमारे वेद ग्रंथ एक अमूल्य निधि है और वेद व्यास जी द्वारा रचित श्रीमद्भागवत महापुराण एक ऐसा ही अनुपम ग्रंथ है॓॓। भीष्म पितामह प्रसंग सुनाते हुऐ साध्वी जी ने बताया कि भीष्म पितामह ने परमात्मा का ध्यान करते हुए अपनी देह का परित्याग किया और परमगति को प्राप्त किया। यह प्रसंग हमे संदेश देता है कि मृत्यु तो हर एक इंसान को आनी है, लेकिन मृत्यु वही सफल है जिसके आने पर जीवन भी सफल हो जाये। इसलिए इंसान को चाहिए कि समय रहते उस ईश्वर को जान ले तभी उसका जीवन व मृत्यु दोनो सफल हो सकते हैं।
परीक्षित प्रसंग सुनाते हुए साध्वी जी ने बताया कि उस समय तो कलिकाल का अभी प्रारंभ ही था, फिर भी राजा परीक्षित से इतना बडा़ अपराध हो गया। आज तो कलिकाल अपनी चरम सीमा पर है, तो क्या इसका प्रभाव हमारे ऊपर नहीं पड़ेगा? अवश्य पड़ेगा, आज समाज की हालत देखें, हर ओर अधर्म, अनाचार, पापाचार का बोलबाला है। हर मानव घृणा, द्वेष नफरत की आग में जल रहा है, ऐसे में आवश्यकता है , एक ऐसे पथप्रदर्शक की जो मानव को सही राह दिखा, उसके जीवन को सही दिशा दे सके। प्रमुख समाजसेवी विजय गोयल, राजकुमार जैन,मूलचन्द गेरा,कृष्ण खारीवाल ने दीप प्रज्ज्वलित किया। सन्त समाज द्वारा सुमधुर भजनों का गायन किया गया। अश्वनी बंसल, गिरधारी लाल वर्मा, ओम प्रकाश सोनी,आनद हर्ष, रामेश्वर भादू,राजकुमार भाटी, सीए सुनील रस्सेवट और भारत विकास परिषद् मुख्य शाखा के सदस्यों ने आरती में विशेष रूप से हिस्सा लिया। कथा के बाद सारी संगत के लिए लंगर का प्रबन्ध किया गया।