विदेश में सनातन की अलख जगाने के बाद जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी स्वदेश लौटे।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
महंत राजेंद्र पुरी का भारत पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने किया स्वागत।
कुरुक्षेत्र, 14 अक्तूबर : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी विदेश की धरती पर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार के बाद स्वदेश पहुंचे तो श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव उनका जोरदार स्वागत किया और आशीर्वाद लिया।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सनातन ही हिंदू धर्म एवं संस्कृति का मूल मंत्र है। भारत वर्ष की तरक्की और खुशहाली के लिए सनातन व भारतीय संस्कृति ही आधार है। विदेश के लोगों ने भी इस बात को स्वीकार किया है। भारतीयों को सनातन का पालन करना चाहिए। अपने देवी देवताओं, पितृ देवताओं व इष्ट की पूजा करनी चाहिए। माता पिता अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति व संस्कारों से अवगत करवा कर पश्चिमी सभ्यता एवं पहनावे से दूर रखें।
महंत राजेंद्र पुरी ने नवरात्रों के शुभारंभ अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए मां भगवती की महिमा बारे बताया। नवरात्र के नौ दिन हर सनातनी को घर में अखंड ज्योति जगानी चाहिए। जग ज्योति दरबार में नौ दिन मां भगवती की पूजा होगी और कन्या पूजन का विशेष कार्यक्रम होगा।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी श्रद्धालुओं के साथ।