आंवला तहसील में यह कैसा रामराज डीएपी खाद न मिलने से अन्नदाता हुए परेशान
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : आंवला तहसील में अन्नदाता किसान परेशान हैं। एक ओर जहां योगी सरकार में किसानों की सहूलियत की बात की जाती है। लेकिन कड़ी धूप में काम करने के बावजूद भी डीएपी की किल्लत को लेकर किसान लाइन में लग कर परेशान है फिर भी नहीं मिल पा रही डीएपी खाद । जी हां हम बात कर रहे हैं तहसील आंवला की सोसाइटी पश्चिमी एवं पूर्वी में इस समय डीएपी को लेकर किसानों में मारामारी है। सरकार भले ही चाहे लाख दावे करे ले । कि किसानों को सारी सुविधाएं समय पर दी जा रही हैं। लेकिन हकीकत में सब हवा हवाई है। आंवला तहसील के उपजिलाधिकारी गोविंद मौर्य से किसानों ने शिकायत की । तब मौके पर पहुंचे ,एसडीएम ने सचिवों को समझाया। उन्होंने कहा लगातार किसानों की कॉल आ रही है, किसान परेशान है। व्यवस्थाएं आप ठीक करिए। क्योंकि सुबह से ही किसान लाइन में खड़ा हुआ है। पश्चिमी समिति के सचिव महिपाल सिंह ने स्टाफ की कमी होना बताकर पल्ला झाड़ लिया। मगर सच तो यह है कि यह सरकार की मंशा पर पानी फेरती नजर आ रहे हैं। एसडीएम ने सख्त लहजे में उनसे कहा आप स्टाफ अतिरिक्त लगाएं किसानों को किसी कीमत पर भी परेशानी न हो। इसके साथ-उन्होंने आवंला कोतवाल राजकुमार शर्मा को कॉल कर व्यवस्था ठीक करने के लिए कहा। वहीं मौके पर पहुंचे आंवला कोतवाल राजकुमार शर्मा ने सचिव महिपाल सिंह को सख्ती के साथ कहा आप खुद यहां सुबह से लाइन लगवा रहे हैं ।आप जल्दी से जल्दी वितरण करवाएं जिससे किसानों को राहत मिल सके। किसानों ने आरोप लगाया कि यहां के सचिव ढुलमुल रवैया अपनाते हुए ,अपने लोगों को खाद का वितरण कर रहे हैं। अब देखना यह की सरकार किसानों की समस्या को देखते हुए डीएपी वितरण और डीएपी खाद की किल्लत को कैसे दूर करती है। कहीं ऐसा न हो कि इन लोगों के रवैया के चलते किसानों का बीजेपी सरकार से मोह भंग हो जाए। सरकार के प्रति क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है।