जागरूकता से कम किए जा सकते हैं टीबी मरीजः जिला क्षय रोग अधिकारी
जिला क्षय रोग निवारण केंद्र पर बुधवार को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया गया | इस दिवस को मनाने का उद्देश्य टीबी की वजह से होने वाले स्वास्थ्यगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस अवसर पर क्षय रोग केन्द्र से जागरूकता रैली भी निकाली गई जो के.के.इण्टर कालेज होते हुए केन्द्र पर आकर समाप्त हुई। इस दौरान क्षय रोग निवारण केन्द्र पर मरीजों के लिए डिजिटल एक्स रे सेवा शुरू कर दी गई। डिजिटल एक्स रे मशीन व ट्रूनाट मशीनों का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल तरीक़े प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ किया। इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डा.जे.जे.राम ने कहा कि टीबी फैलने का सबसे बड़ा कारण इस बीमारी के प्रति लोगों का सचेत न होना और शुरुआती दौर में गंभीरता से न लेना है। जिससें लोग इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं यदि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए तो हम इस बीमारी की रोकथाम बड़ी आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि टी.बी से डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। अब यह असाध्य रोग नहीं रहा | आज नई तकनीक द्वारा शुरूआती चरण से 6 महीने तक निरंतर उपचार, पौष्टिक आहार एवं थोड़ी सी सावधानी रखने से यह बीमारी जड़ से समाप्त हो जाती सकती है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने वर्तमान और पुराने आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिले में क्षय रोगियों की संख्या घट रही है, जो हमारे लिए अच्छी बात है। गत वर्ष 2019 में जिले में टी.बी.मरीजों की संख्या 3124 थी जोकि जनवरी 2020 में घटकर 1765 रह गई तथा जनवरी 2021 से अब तक 490 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से व 36 प्राइवेट चिकित्सालयों से नए टी.बी.रोगी चिन्हित किए गयेहैं। टी.बी.से किसको खतरा ज्यादा जिला क्षय रोग अधिकारी बताते हैं कि टीबी से उन लोगों को खतरा ज्यादा होता है जिनकी इम्यूनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसके अलावा स्मोकिंग करने वाले लोगों, डायबिटीज के मरीजों और एचआईवी मरीजों को भी खतरा ज्यादा रहता है | साथ ही अंधेरी और सीलन (नमी) भरी जगहों पर टीबी ज्यादा होती है क्योंकि टीबी का वैक्टीरिया अन्धेरे में पनपता है। टी.बी.के लक्षण
लगातार दो हफ्तों से ज्यादा खांसी रहना
सांस लेने में परेशानी
सीने में तेज दर्द
खांसते समय दर्द महसूस
दो हफ्ते तक बुखार
भूख कम लगना
थकान और कमजोरी
रात को पसीना आना
वजन कम होना
डिजिटल एक्स-रे मशीन की हुई शुरुआत क्षय रोग के जिला समन्वयक अखिलेश यादव ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।ऐसे में क्षय रोग केंद्र की सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। विश्व क्षय रोग दिवस पर जिले में तीन ट्रूनाट मशीनों व एक डिजिटल एक्स-रे मशीन का शुभारंभ किया गया। जिससें टी.बी.रोगियों की जांच की राह और भी आसान हो जाएगी तथा अब मरीजों को एक्सरे के लिए जिला अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा।