- अब जवान किसान दिवस के रूप में मनाई जाएगी शास्त्री जी की पुण्यतिथि
- शास्त्री जी ने शुरू की थी आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत – विन्ध्यवासिनी कुमार
- मोदी और योगी में नज़र आती है लालबहादुर शास्त्री की छवि- नवीन श्रीवास्तव
लखनऊ। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधानपरिषद सदस्य श्री यशवंत सिंह ने कहा है कि पीओके पर तिरंगा का लहराया जाना ही पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर उसकी हैसियत बताने वाले जय जवान – जय किसान के प्रणेता श्री लालबहादुर शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र सेनानियों को इसके लिए पूरे देश में माहौल बनाना चाहिए।
लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के तत्वाधान में सोमवार को चन्द्रशेखर चबूतरा, दारुलशफा पर आयोजित श्री लाल बहादुर शास्त्री स्मृति दिवस पर श्री यशवंत सिंह ने
कहा कि प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री माननीय श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जिस तरह से अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण सम्भव हो गया, जिस तरह कश्मीर से धारा 370 समाप्त हो गई, उसी तरह से मोदी, शाह और योगी के कुशल और सक्षम नेतृत्व में एक दिन पीओके पर भी भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराएगा। उन्होंने कहा कि यह दिन जल्द आए, इसके लिए लोकतंत्र सेनानियों को हर पल ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए।
इस अवसर पर शास्त्री जी को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विन्ध्यवासिनी कुमार ने कहा कि शास्त्री जी के नेतृत्व में पहली बार आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत हुई जिसे पूरा करने की ओर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ अग्रसर हैं।
जय जवान – जय किसान के प्रणेता श्री लाल बहादुर शास्त्री को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता श्री नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि एक बड़े अंतराल के बाद देश को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश को मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ के रूप में ऐसा नेतृत्व मिला, जिनकी सादगी, दृढ़ता, ईमानदारी और देश के प्रति समर्पण में जय जवान जय किसान के प्रणेता श्री लालबहादुर शास्त्री की झलक दिखती है। इसे देश और प्रदेश के लिए ईश्वरीय कृपा समझिए।
इस अवसर पर हाईकोर्ट के अधिवक्ता कुंवर धनन्जय सिंह ने उपस्थित सभी लोकतंत्र सेनानियों को नववर्ष की डायरी और कलम भेंट की। वरिष्ठ पत्रकार और लोकनायक जयप्रकाश नारायण ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने श्री लालबहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि को जवान किसान दिवस के रूप में हर वर्ष मनाने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार कर लिया गया। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति की बैठक में कोरोना की वजह से चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार आंदोलन और जय हस्तिनापुर अभियान धीमा पड़ने पर चिंता व्यक्त की गई और इसे तेज करने की कार्ययोजना बनाने के लिए लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संयोजक धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव को जिम्मेदारी दी गई।
श्री लाल बहादुर शास्त्री स्मृति दिवस की अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रामसेवक यादव ने की और कहा कि सुदृढ़, सक्षम और कल्याणकारी लोकतंत्र ही हम लोकतंत्र सेनानियों की पहचान है। इसे लेकर हम लोगों को हर पल सतर्क रहना चाहिए।
इस अवसर पर सांसद रविन्द्र सिंह कुशवाहा, विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू, उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य ब्रजभूषण कुशवाहा, राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष गोपाल राय, उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष रजनीकांत द्विवेदी, महामंत्री शांतिशरण सिंह, कोषाध्यक्ष अक्षयबर नाथ यादव, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह, लोकतंत्र सेनानी रविन्द्र सिंह, कृष्णदत्त पाठक, बेचई यादव, दुर्गा प्रसाद गुप्त, राम आधार यादव, नरेश कुमार शर्मा, राम प्रकाश अवस्थी, विजय शंकर चतुर्वेदी, सुरेंद्र बहादुर सिंह, उमेशकुमार वर्मा, श्रीमती रामरानी, समाजिक सेनानी सर्वश्री जगदीश राय, श्रीमती कलावती देवी, सुभाष राजभर, अजीत प्रताप सिंह, राजेश सिंह पहलवान, अशोक कुमार श्रीवास्तव, चतुर्भुज सिंह, पवन श्रीवास्तव, श्रीमती नीरा वर्षा सिन्हा, संयोग सिंह, संजय गुप्ता, अतुल चौबे, अमित प्रजापति, धर्मपाल चौहान, पप्पू पाल, हरिकेश कनोजिया आदि ने भी जय जवान जय किसान के प्रणेता श्री लाल बहादुर शास्त्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।