हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन सरकार के आदेशों को गलत ठहराया।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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राज्य सरकार का शिक्षा बोर्ड सक्षम नहीं है क्या शिक्षा स्तर के लिए : कालड़ा।
कुरुक्षेत्र, 29 दिसम्बर : हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के जिला प्रधान राजपाल कालड़ा ने बताया कि शिक्षा विभाग का तुगलकी फरमान है कि सर्दी की छुट्टियों में भी पांचवी के बच्चों को और उनके शिक्षकों को भी स्कूल में जाना होगा। उन्होंने बताया कि पांचवी के बच्चों और उनके शिक्षकों को नींव प्रोजेक्ट के तहत लिया गया है। नींव प्रोजेक्ट के अंतर्गत के 35 स्कूलों में जिन की जिला में सबसे अच्छे स्कूलों में गिनती आती है, उन पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है कि आप बच्चों का जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिले करवाने के लिए बच्चों की तैयारी करवाए।
कालड़ा ने कहा कि भिवानी बोर्ड हरियाणा के अंतर्गत आने वाले उनके स्कूलों के बच्चों को किसी अन्य बोर्ड में भेजने का अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब हमारे बच्चे छठी क्लास में जाते हैं तो बोला जाता है कि अच्छे बच्चों को तो जवाहर नवोदय विद्यालय या केंद्रीय विद्यालय में भेज दिया है। जबकि सरकारी स्कूलों में हमारे पास कमजोर बच्चों को भेज दिया है। ऐसे में हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कमजोर बच्चों के कारण शिक्षकों को बिना बात के सुनना पड़ता है। कालड़ा ने कहा कि क्या हरियाणा सरकार का भिवानी बोर्ड हरियाणा इतना सशक्त नहीं है कि हम अपने ही विद्यालय में इन बच्चों को रखें। वैसे तो पूरा वर्ष शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाते हैं। अब शीतकालीन अवकाश जो कि सर्दी को देखते हुए बच्चों के लिए किए जा रहे हैं उसमें भी बच्चों को विद्यालय में बुलाया जा रहा है। अगर इस इतनी सर्दी में किसी बच्चे के साथ कुछ होगा। कोहरे धुंध में आ रहे टीचरों के साथ कोई दुर्घटना घटित होती है तो इसके प्रति किसकी जवाबदेही होगी। बहुत से बच्चों ने पहले ही प्रोग्राम तय किया होता है कि हमें अपने अभिभावकों के साथ रिश्तेदारी या घूमने के लिए जाना है। कालड़ा ने कहा कि इस बेवजह फरमान का हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन पुरजोर विरोध करती है। अगर यह तुगलकी फरमान वापस नहीं लिया गया तो हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन संघर्ष करने पर मजबूर होगी।
हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के जिला प्रधान राजपाल कालड़ा।