सिद्धिविनायक कौशिक।
कुरुक्षेत्र : श्री दुर्गा देवी मन्दिर पिपली (कुरुक्षेत्र) के पीठाधीश डॉ. सुरेश मिश्रा ने भक्तों को बताया कि 31 दिसम्बर 1963 को श्री दुर्गा देवी मन्दिर की स्थापना उनके पूज्यनीय पिता स्वर्गीय पंडित शेषमणि मिश्रा संस्थापक जी ने समस्त पिपली के भक्तों द्वारा करवाई थी।
तभी से नवरात्र में चैत्र और आश्विन मॉस की त्रयोदशी को भगवती जागरण और चौदस नवरात्र को यज्ञ व भंडारा प्रारम्भ हुआ था।
उसी श्रृंखला में समस्त पिपली निवासियों के सहयोग से भगवती जागरण चैत्र मॉस की त्रयोदशी नवरात्र रविवार 21अप्रैल 2024 को रात्रि 9 बज कर 30 मिनट से गायक रवि राजन एण्ड पार्टी द्वारा किया गया। कभी फुरसत हो जगदम्बे, चलो बुलाआ आया है, मैया का चोला है रंगला आदि भेंटे गाई। सुंदर झाकियां बच्चों ने निकाली।
चौदस नवरात्र सोमवार 22 अप्रैल 2024 को यज्ञ 10 बजे एवं भण्डारा दोपहर 12 बजकर 30 मिनट से मन्दिर परिसर में हुआ।
पण्डित राहुल मिश्रा ने वैदिक मन्त्रों से पूजा-अर्चना करवाई। समस्त विश्व कल्याण हेतु जागरण और भंडारे में भक्त सुशील तलवाड़ ऊषा शर्मा, प्रभा कवात्रा, निशा अरोड़ा, पायल सैनी, सरोज शर्मा,सुनीता मेहरा , सुमित्रा पाहवा, अनु पाहवा व शिमला धीमान, केवल कृष्ण छाबड़ा, बृज गुप्ता, सोम गोयल, अमरीश गुप्ता, अशोक अरोड़ा,निखिल मोदगिल , शुभम् मिश्रा और छोटे बच्चो की उपस्थिति हुई। श्री दुर्गा देवी मन्दिर के पीठाधीश डा.सुरेश मिश्रा ने मुख्य यजमान विकास पंजेटा , डी पी सैनी, अशोक अरोड़ा,श्री राम मंदिर के पुजारी राजीव कौशिक और सामाजिक कार्यों हेतु डा. मदन खन्ना को सम्मानित किया।