वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
महंत राजेंद्र पुरी ने तीसरे दिन की अग्नि तपस्या से पहले मतदान भी किया।
कुरुक्षेत्र, 25 मई : तीर्थों की संगम स्थली कुरुक्षेत्र के जग ज्योति दरबार में चल रही अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या के तीसरे दिन महंत राजेंद्र पुरी ने भगवान श्री राम, माता सीता एवं गौ माता का गुणगान किया। उन्होंने तीसरे दिन की अग्नि तपस्या से पहले मतदान केंद्र में जाकर अपना मत डाला तथा अन्य लोगों को भी प्रेरित किया कि देश एवं लोकतंत्र की मजबूती के लिए अवश्य मतदान करें। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि विश्व शांति, मानव कल्याण एवं भारत वर्ष की मजबूती के लिए उनकी भीषण गर्मी में अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या जारी है। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि 25 मई से नौतपा प्रारंभ हो गया है। इन नौ दिनों में सूर्य के पृथ्वी के बहुत निकट रहने के कारण गर्मी बहुत बढ़ती है। उन्होने बताया कि नौतपा के दिनों में जहां संत महापुरुष जनकल्याण के लिए कठोर तप करते हैं वहीं बुजुर्ग व संत अधिक से अधिक वृक्षारोपण की प्रेरणा भी देते हैं। यही नौतपा जीवों की सुरक्षा की भी प्रेरणा देता है। सभी लोगों अपने घरों में यज्ञ अवश्य करना चाहिए। इससे सनातन को भी मजबूती मिलती है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि आज पृथ्वी पर पेड़ पौधों की कमी हो रही है। आज जल, वायु, पृथ्वी तथा जीवन को अगर कोई शुद्धि दे सकता है तो यज्ञ ही है। आज पांच तत्व अशुद्ध हो रहे हैं, इन्हीं पांच तत्वों से मिलकर ही मनुष्य का शरीर बनता है। उन्होंने सभी से अपील की कि घरों यज्ञ अवश्य करें। इस अवसर पर बिल्लू सन्दोखी, गुरनेक थडोली, देशराज झांसा, सागर अम्बाला, रवि रोहटी, जंग सिंह श्रीनगर, मनप्रीत सिंह, गुरबाज, कपिल व राज कुमार शर्मा भी मौजूद रहे।
जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी तपस्या करते हुए।