वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी की छठे दिन भी अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या के चलते दर्शनों के लिए पहुंचे भारी संख्या में श्रद्धालु।
कुरुक्षेत्र, 28 मई : धर्मनगरी के जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी विश्व कल्याण एवं शांति के लिए अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या कर रहे हैं। अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या के छठे दिन भी दर्शनों एवं पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जला देने वाली गर्मी और चारों ओर आग के ढेरों के बीच तपस्या कर रहे महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि उनके जीवन का मकसद है कि सनातन धर्म की आवाज विश्व के हर कोने में बुलंद हो। इसके लिए देश विदेश में निरंतर धर्म प्रचार का अभियान भी चला रहे हैं। अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या के छठे दिन मंगलवार को अन्य राज्यों से संत महापुरुष भी पहुंचे। जिन्होंने महंत राजेंद्र पुरी के साथ सर्वजन कल्याण की कामना से पूजा अर्चना की। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि इस जटिल अग्नि तपस्या को जन कल्याण के लिए किया जा रहा है। लोग जब सनातन धर्म का उदघोष करते हैं तो उनको शक्ति मिलती है तथा उत्साह बढ़ता है। दर्शनों के लिए आने वाले लोगों का कहना है कि जहां इस प्रचंड गर्मी में लोगों का घर से निकलना मुश्किल है वहीं महंत राजेंद्र पुरी देश-प्रदेश के लोगों की सुख समृद्धि एवं अमन-चैन कायम करने के लिए खुले आसमान के नीचे तपस्या कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन अग्नि कुंडों की ऊंचाई के साथ आग की ज्वाला भी बढ़ती जा रही है। चिलचिलाती गर्मी में महंत राजेंद्र पुरी की तपस्या से लोग हैरत में होते हैं। इस अवसर पर गुलाब सिंह, जसविंदर, जसबीर पुनिया, बिट्टू कश्यप, तरसेम वर्मा, सुखविंदर संघोला, श्याम वर्मा, जोगी राम, रविंद्र राणा, मोहन राणा, राजेंद्र, राधे श्याम, वीरेंद्र, विजय राठी, रवि रोहटी, मनप्रीत सिंह, देशराज, गुलशन, जंग सिंह, दर्शन, डा. सुरेंद्र अवस्थी, विजेंद्र गोयल, सुंदर व दीपक इत्यादि भी मौजूद रहे।
अखंड पंच धूणी अग्नि तपस्या करते हुए महंत राजेंद्र पुरी।