सरकारी स्कूल के बच्चों ने पहली बार मॉल में देखी फिल्म, बताया अविस्मरणीय क्षण
कई कलाओं में बच्चे हो रहे पारंगत
![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2024/05/5-2-1024x684.jpeg)
![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2024/05/52-1024x684.jpeg)
बिलासपुर, 29 मई 2024/ बहतराई स्टेडियम में आयोजित समर कैंप ‘‘पंख’’ में कल बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं था। आज उनके लिए ऐसा अवसर था जब जिले के कलेक्टर श्री अवनीश शरण उनके सामने थे और वे बेझिझक उनसे अपने सवाल पूछ सकते थे। बच्चांे ने बिना देरी किए कलेक्टर से अपने सवाल पूछे। कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने आत्मीयता के साथ छात्रों से बातचीत कर उन्हे बड़े सपने देखने की प्रेरणा दी। सवालों के जवाब से उनकी जिज्ञासाओं को भी शांत किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि हमेशा बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिए पूरी लगन से जुट जाएं।
कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि आपके लिए आयोजित यह समर कैंप आपके जीवन में बदलाव लाएगा। पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मकता भी होनी चाहिए। श्री शरण ने बच्चों से कहा कि यहां मिली सीख को अपने जीवन में आत्मसात करें। कलेक्टर ने बच्चों से प्रश्न करते हुए उनकी महत्वाकांक्षाओं के विषय में जाना। श्री शरण ने बच्चों से व्यवस्था के विषय और खानपान के विषय में भी जानकारी ली और व्यवस्थापकों से बच्चों की रुचि अनुरूप भोजन देने कहा। कलेक्टर ने बच्चों की गायन और वादन की प्रस्तुति का भी आनंद लिया। कलेक्टर ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के बेहतर परिणाम के लिए आप सभी का परिश्रम महत्वपूर्ण है और ये बच्चों का जीवन संवार सकता हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर आज सरकारी स्कूल के बच्चों ने पहली बार मॉल देखा और फिल्म का आनंद उठाया। उन्हें शिक्षाप्रद और प्रेरक फिल्म दिखाई गई। यह उनके लिए अविस्मरणीय क्षण था। बच्चों ने फिल्म का भरपूर आनंद उठाया। इसके अलावा बच्चों के लिए आज डांस ट्रेनिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
संवाद कार्यक्रम में नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री आर पी आदित्य, आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री सीएल जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री टीआर साहू, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहायक संचालक श्री एक्का, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक पी दासरथी, श्री अनिल तिवारी, श्री रामेश्वर जायसवाल, डीएमसी श्रीमती अनुपमा राजवाड़े सहित विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षक-शिक्षकाएं मौजूद रहे।