![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2024/05/1000052964-1024x607.jpg)
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रांत, बरेली के तत्वावधान में एक विचार गोष्ठी शील ग्रुप के सिटी कार्यालय
में सम्पन्न हुई । गोष्ठी का विषय था – ” घटती हरियाली और बढ़ता तापमान ” । गोष्ठी की अध्यक्षता जनपदीय अध्यक्ष डाॅ एस पी मौर्य ने की ।
प्रांतीय अध्यक्ष साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण का बिगड़ता संतुलन गम्भीर चिंता का विषय है । पृथ्वी पर घटती हरियाली पर्यावरण असन्तुलन का मुख्य कारण है । इसलिए हम सब मिलकर अधिक से अधिक बृक्ष लगाएं और उनका संरक्षण करें । उन्होने कहा कि बृक्ष धरा के आभूषण होते हैं । हम अपनी धरा को हरा भरा रख कर ही उसके बढ़ते तापमान को कम कर सकते है ।
प्रांतीय महामन्त्री डाॅ शशि बाला राठी ने कहा कि बृक्षों की अंधाधुन्ध कटाई के कारण पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा जो गम्भीर चिंता का विषय है । उन्होने कहा कि प्रकृति के साथ लगातार छेड़-छाड़ के हमें गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं ।
जनपदीय मंत्री ब्रजेश कुमार शर्मा ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में एक बृक्ष को दस पुत्र के समान माना गया है । इसलिए हम सभी को अपने जीवन में कम से कम दस फलदार बृक्ष लगाना चाहिए।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में डाॅ एस पी मौर्य ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में आदि काल से ही प्रकृति के साथ रागात्मक सम्बन्ध रहे हैं ।उन्होने कहा कि साहित्य परिषद के तत्वावधान में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रभात नगर पार्क में पौधारोपण किया जाएगा ।
गोष्ठी में वी सी दीक्षित, निरूपमा अग्रवाल, रोहित राकेश, डाॅ रवि प्रकाश शर्मा ,सुरेन्द्र बीनू सिन्हा और निर्भय सक्सेना ने भी विचार ब्यक्त किये।
गीतकार कमल सक्सेना ,मोहन चन्द्र पाण्डेय, रितेश साहनी और विमलेश दीक्षित ने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित रचनाएं प्रस्तुत कर सब को भाव विभोर कर दिया ।
कार्यक्रम का सफल संचालन कवि रोहित राकेश ने किया । जनपदीय मंत्री ब्रजेश कुमार शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया ।