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समर कैंप से बच्चों में प्रतिभा का होता विकास : स्वामी हरिओम परिव्राजक।
कुरुक्षेत्र, 1 जून : सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र शीला नगर में 10 दिवसीय समर कैंप शनिवार को शुरू हो गया। कैंप का शुभारंभ मुख्य अतिथि वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक ने किया। इस अवसर पर 28 मई तक रजिस्ट्रेशन कराने वाले बच्चोें में से तीन बच्चों को लक्की ड्रा के माध्यम से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले बच्चों में गोरी राजपूत, जश्न्या, नेहांश शामिल रहे। स्वामी हरिओम परिव्राजक ने कहा कि समर कैंप के आयोजन से बच्चों में विभिन्न प्रतिभाओं का विकास होता है। वर्तमान में बच्चे घर में रहकर सिर्फ मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं। इससे उनका शारीरिक विकास नहीं हो पाता अपितु आंखों में कमजोरी जरूर आती है। बच्चों के विकास के लिए अभिभावकों की भी सजगता जरूरी है। उन्हें भी चाहिए कि अपने बच्चों को जहां भी खेल गतिविधियों संचालित हो रही है वहीं अनिवार्य रूप से भेजें । इससे उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि समर कैम्प के माध्यम से अपनी छुट्टियों को आनंदमयी बनाने के साथ-साथ अपने अंदर के बाल कलाकार को एक नये आयाम देवें ताकि भविष्य में इसे याद रखा जा सके। कहा कि कला केंद्र में इस तरह के कैंप का आयोजन समय-समय पर आयोजित किया जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों का समग्र विकास हो सके। संगीत कला केंद्र की इंचार्ज अनु ललित ने बताया कि कैंप 10 जून तक चलेगा। कैंप में 75 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। बताया कि गर्मी की छुट्टियों में आस पड़ोस के छोटे बच्चों में कला, संगीत, नृत्य आदि कौशल का विकास करने के लिए यह कैम्प आयोजित किया जा रहा है। इसमें बच्चों को सीखने के काफी अवसर मिलेंगे। गर्मी की छुट्टियों में छोटे बच्चों की शिक्षा को लेकर अभिभावक काफी असमंजस में रहते हैं ऐसे में बच्चों के समय के सदुपयोग हेतु इस समर कैम्प के आयोजन को अभिभावकों की ओर से काफी सराहा जा रहा है। इस मौके पर सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र के सभी सदस्य मौजूद रहे।
बच्चों को सम्मानित करते वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक।