वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
हरियाणा में जून में बिजली की मांग में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कुरुक्षेत्र, 17 जून : ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (ए.आई.पी.ई.एफ.) के प्रवक्ता वी.के. गुप्ता के अनुसार राज्य में भीषण गर्मी के कारण हरियाणा में जून के पहले 16 दिनों में बिजली की मांग में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 23 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। जून के पहले 16 दिनों में अधिकतम मांग 14 जून को 13384 मेगावाट थी, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान अधिकतम मांग 10816 मेगावाट थी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में वर्ष के दौरान दर्ज की गई अधिकतम बिजली की मांग 13055 मेगावाट थी और यह मांग 14 जून को ही पार कर चुकी है। इस साल गर्मियों में इसके 14,500 मेगावाट को पार करने की संभावना है। इस वर्ष 15 जून को बिजली कंपनियों द्वारा अधिकतम बिजली आपूर्ति 2730 लाख यूनिट रही, जबकि पिछले वर्ष 13 जून को यह 2266 एल.यू. थी। इस वर्ष पहले 15 दिनों में बिजली आपूर्ति 40244 एल.यू. है। जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 30545 एल.यू. आपूर्ति से 31.7 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष मई में भी राज्य में अधिकतम बिजली की मांग 24 मई को 12336 मेगावाट रही, जबकि पिछले वर्ष 23 मई को 9975 मेगावाट मांग थी। यू.एच.बी.वी.एन. और डी.एच.बी.वी.एन. द्वारा इस वर्ष की गई आपूर्ति 68390 एल.यू. है। जबकि पिछले वर्ष मई में 50980 एल.यू. आपूर्ति की गई थी। हरियाणा में बिजली कंपनियों द्वारा की गई बिजली आपूर्ति में 33 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। यू.एच.बी.वी.एन. और डी.एच.बी.वी.एन. ने 31 मई को 2596 लाख यूनिट की अधिकतम आपूर्ति की, जबकि पिछले साल 23 मई को 2054 एल.यू. की आपूर्ति की गई थी।
प्रवक्ता वी.के. गुप्ता के अनुसार स्थानीय ब्रेकडाउन और रखरखाव कार्यों के कारण आपातकालीन लोड शेडिंग और आउटेज की शिकायतों के कारण राज्य भर में कुछ बिजली की कमी की सूचना मिली है। कागजों पर आज तक बिजली की कोई कमी नहीं है लेकिन जमीन पर स्थिति अलग है। क्योंकि हर दिन अलग-अलग जगहों से बिजली कटौती की खबरें आती हैं। यह उल्लेख किया जा सकता है कि पानीपत थर्मल की तीनों इकाइयों और खेदड़ थर्मल व यमुनानगर थर्मल की दोनों इकाइयाँ आज काम कर रही हैं।
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (ए.आई.पी.ई.एफ.) के प्रवक्ता वी.के. गुप्ता।