वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र 21 जून : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने शुक्रवार को 5 जी नेटवर्क पर आधारित एमसीआरएन का विमोचन किया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) ने मोबाइल रेडियो संचार और 5 जी नेटवर्क (एमआरसीएन-2023) पर चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन से सम्मेलन की कार्यवाही जारी करने के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा ए-प्लस-प्लस ग्रेड मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति व एमआरसीएन-2023 के संरक्षक प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि स्प्रिंगर नेचर द्वारा मोबाइल रेडियो कम्युनिकेशन और 5जी नेटवर्क के रूप में प्रकाशित कार्यवाही, एनआरसीएन-2023 सम्मेलन में स्वीकार किए गए अत्याधुनिक शोध पत्रों के संकलन का प्रतिनिधित्व करती है। यह प्रतिष्ठित प्रकाशन स्प्रिंगर की लेक्चर नोट्स इन नेटवर्क्स एंड सिस्टम्स श्रृंखला का हिस्सा है, जिसे स्कोप्स, इंस्पेक डब्ल्यूटीआई फ्रैंकफर्ट , जबमैथ और स्किमागो द्वारा अनुक्रमित किया गया है, जो इसके शैक्षणिक महत्व को रेखांकित करता है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने आयोजन समिति और सभी योगदानकर्ताओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, यह प्रकाशन न केवल हमारे अकादमिक समुदाय के सामूहिक ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि इस तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में ज्ञान को आगे बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। एमआरसीएन-2023 की सफलता और इसके बाद की कार्यवाही का प्रकाशन दूरसंचार अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करता है।
यूआईईटी संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. सुनील ढींगरा ने सम्मेलन की वैश्विक पहुंच पर जोर दिया, जिसने दुनिया भर के शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों के योगदान को आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि यह पुस्तक वायरलेस प्रौद्योगिकियों के ऐतिहासिक विकास से लेकर 5जी नेटवर्क में नवीनतम प्रगति तक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करती है। एमआरसीएन-2023 के आयोजन सचिव डॉ. निखिल कुमार मारीवाला ने यूआईईटी को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी शिक्षा में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में स्थापित करने में सम्मेलन की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि प्रकाशन इंजीनियरों, शोधकर्ताओं के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करेगा। नीति निर्माता और दूरसंचार क्षेत्र के व्यापारिक. तौर से कार्य करेगा । एमआरसीएन-2023 के सह-समन्वयक डॉ. विजय गर्ग ने कहा कि यह प्रकाशन दूरसंचार क्षेत्र के पेशेवरों के लिए एक मूल्यवान संसाधन होगा। इन कार्यवाहियों का जारी होना कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो नवाचार को बढ़ावा देने और मोबाइल संचार और 5जी प्रौद्योगिकी में वैश्विक ज्ञान आधार में योगदान देने के प्रति इसके समर्पण को दर्शाता है।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. सुनील ढींगरा, डॉ. निखिल कुमार मारीवाला व डॉ. विजय गर्ग मौजूद थे।