पीलीभीत बाईपास पर प्लाट पर जेसीबी लेकर कब्जा करने और फायरिंग के मामले में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान की जांच में पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत सामने आई है। एसएसपी ने इंस्पेक्टर इज्जतनगर जय शंकर सिंह, हल्का इंचार्ज दरोगा राजीव प्रकाश, सिपाही सनी कुमार, विनोद, राजकुमार व अजय कुमार को सस्पेंड कर दिया है। सभी पुलिस वालों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिये गये हैं!
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : पीलीभीत बाईपास पर प्लाट पर जेसीबी लेकर कब्जा करने और फायरिंग के मामले में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान की जांच में पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत सामने आई है। एसएसपी ने इंस्पेक्टर इज्जतनगर जय शंकर सिंह, हल्का इंचार्ज दरोगा राजीव प्रकाश, सिपाही सनी कुमार, विनोद, राजकुमार व अजय कुमार को सस्पेंड कर दिया है। सभी पुलिस वालों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिये गये हैं। एसएसपी ने गोलीकांड के आरोपियों पर एनएसए और गैंगस्टर की कार्रवाई के भी आदेश दिये हैं।
इज्जतनगर पुलिस की शह पर कब्जा करने पहुंचे थे दबंग…
शंकरा महादेवा मार्बल्स पर काम करने वाले रोहित शर्मा ने बताया कि वह शनिवार सुबह करीब 6.30 बजे दुकान पर बैठा था। इसी दौरान पिस्टल, तमंचा, लाठी डंडों से लैस होकर बिल्डर राजीव राणा, हरिओम, गौरी शंकर, संजय राणा, राधे व हिस्ट्रीशीटर रोहित ठाकुर, केपी यादव, शिव ठाकुर अपने साथ 50 से 60 लोगों को लेकर पहुंच गये। दो जेसीबी से मार्बल की दुकान में तोड़फोड़ की। तमंचे से फायरिंग करने लगे। जवाब में आदित्य उपाध्याय और उसके बेटे अविरल उपाध्याय ने भी फायरिंग की। इसके बाद आदित्य उपाध्याय ने हमलावरों को कुचलने के लिए गाड़ी दौड़ा दी। इसमें हिस्ट्रीशीटर रोहित ठाकुर की टांग टूट गई। गाड़ी नाले में गिर गई। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
सुबह 5.30 बजे की घटना, सात बजे के बाद पहुंचे इंस्पेक्टर, तमाशबीन बनी रही पुलिस
सूत्रों क्षेत्रीय जनता के मुताबिक शुक्रवार की रात को प्लाट पर कब्जे की साजिश तैयार की गई थी। इसको लेकर रिठौरा से दबंगों को बुलाया गया था। आस पास के हिस्ट्रीशीटर और गुंडों की टीम बनाकर देर रात तक दारू मुर्गा पार्टी की गई। सुबह साढ़े पांच बजे दबंगों ने प्लाट पर कब्जा करने की कोशिश शुरू कर दी। इसकी सूचना मिलते ही आदित्य उपाध्याय उर्फ चुन्नू पंडित और अविरल अपनी दोनाली बंदूक लेकर पहुंच गये। करीब छह बजे हमलावरों ने जेसीबी से हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस की एक गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिस की हिम्मत नहीं हुई कि वह गाड़ी से नीचे उतर जाएं। पुलिस तमाशबीन बनकर पूरा गोलीकांड देखती रही। आरोप है कि हमलावरों के भागने में भी पुलिस ने मदद की। इसी वजह से बिल्डर राजीव राणा और उसके गुर्गे फरार हो पाये।
गोलीकांड के इन आरोपियों पर मुकदमा, गैंगस्टर का भी लिखा जायेगा मुकदमा….
एक पक्ष के आदित्य उपाध्याय, उसके बेटे अविरल उपाध्याय, रोहित शर्मा और दूसरे पक्ष के बिल्डर राजीव राणा, हरिओम, गौरी शंकर, संजय राणा, राधे व हिस्ट्रीशीटर रोहित ठाकुर, केपी यादव, शिव ठाकुर और 50 से 60 अज्ञात के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, मारपीट, पथराव, अवैध कब्जा करने की कोशिश समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि सभी आरोपियों को जेल भेजा जायेगा। उनके खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जायेगी।