वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कला कीर्ति भवन में चल रही अभिरुचि कक्षाओं का 3 जुलाई को होगा समापन।
अभिनय, नृत्य, संगीत तथा चित्रकला की कक्षाओं में 10 से 70 वर्ष के प्रतिभागी सीख रहे कला की बारीकिंया।
कुरुक्षेत्र 28 जून : जीवन में सीखने की कोई उम्र नहीं मानी गई है, इंसान हमेशा सीखता रहता है। बाल्यकाल से वृृद्धावस्था तक व्यक्ति समाज में रहकर कुछ न कुछ सीखता रहता है, जो उसके जीवन को एक नया मोड़ देने में सहयोगी होता है। ऐसा ही कुछ कला कीर्ति भवन में देखने को मिल रहा है, जहां अलग-अलग उम्र के कलाकार विभिन्न विद्याओं को सीखकर कला से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हरियाणा कला परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष हॉबी कक्षाओं का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें अलग अलग विद्याओं की बारीकियां प्रतिभागियों को सिखाई जाती है। इस वर्ष भी 5 जून से कला परिषद के कला कीर्ति भवन में अभिरुचि कक्षाएं प्रारम्भ की गई। जिसमें लगभग 100 से अधिक प्रतिभागी कलात्मक ढंग से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने बताया कि कला कीर्ति भवन में इस वर्ष अभिनय, चित्रकला, हरमॉनियम, गायन, हरियाणवी नृत्य तथा कत्थक नृत्य की कक्षाएं लगाई गई हैं। अभिनय कक्षा के विद्यार्थियों को विकास शर्मा द्वारा अभिनय का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं हरमॉनियम तथा गायन का प्रशिक्षण नवजोत सिंह दे रहे हैं। चित्रकला के विद्यार्थी कला परिषद की ललित कला समन्वयक सीमा काम्बोज की देखरेख में चित्रकला सम्बंधित जानकारी हासिल कर रहे हैं, वहीं कत्थक व हरियाणवी नृत्य का प्रशिक्षण पंकज कुमार द्वारा दिया जा रहा है। नागेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन 4 बजे से 6 बजे तक लगने वाली कक्षाओं में दस वर्ष से लेकर सत्तर वर्ष तक के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। जहां एक ओर छोटे छोटे बच्चे कला की बारीकियों को जानने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ वृद्धावस्था की ओर जा रहे प्रतिभागी भी किसी मायने में कम नजर नहीं आ रहे। सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों में कला को सीखने का उत्साह देखने को मिल रहा है। कक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों के अभिभावकों का मानना है कि हॉबी कक्षाएं कला के विस्तार हेतु एक सकारात्मक सोच है। जिससे न केवल विद्यार्थियों की छुट्टियों का सदूपयोग होता है, अपितु सांस्कृतिक गतिविधियों में योगदान भी बढ़ता है। नागेंद्र ने बताया कि हॉबी कक्षाओं का समापन 3 जुलाई को कला कीर्ति भवन में किया जाएगा, जिसमें सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों द्वारा अपनी प्रतिभा को दिखाते हुए प्रस्तुतियां दी जाएंगी।