सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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वृन्दावन : रामनगर कॉलोनी स्थित आचार्य कुटी (श्रीकृष्ण मन्दिरम्) में जगद्गुरु स्वामी रामप्रपन्नाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ प्रारम्भ हो गया है। जिसके अंतर्गत वृहद संत-विद्वत सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न हुआ।जिसकी अध्यक्षता करते हुए दंडी स्वामी यदुनंदन सरस्वती महाराज एवं जगद्गुरू पीपाद्वाराचार्य बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज ने कहा कि मनुष्य के जीवन में विवेक व ज्ञान का प्रकाश उजागर करने के लिए हमें सदगुरु की परम् आवश्यकता होती है।इसीलिए सदगुरु का पद सदैव सर्वोच्च होता है।
जानकी भवन आश्रम के अध्यक्ष श्रीमहंत रामदास महाराज एवं भागवत पीठाधीश्वर आचार्य मारुतिनंदन वागीश महाराज ने कहा कि मानव जीवन में सदगुरु का होना अति आवश्यक है। क्योंकि सदगुरु ही हमें संसार रूपी भवसागर से पार कराने का कार्य करते हैं। साथ ही हमें सद्मार्ग की राह दिखाते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ ने कहा कि आचार्य कुटी आश्रम श्रीधाम वृन्दावन का गौरव है। इस आश्रम के द्वारा समूचे देश में जो धर्म व अध्यात्म का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, वो अति प्रशंसनीय है।
श्रीराम कथा मर्मज्ञ स्वामी भानुदेवाचार्य महाराज, स्वामी मधुसूदनाचार्य महाराज ने कहा कि हमारे सदगुरुदेव जगद्गुरु स्वामी रामप्रपन्नाचार्य महाराज सहजता,सरलता, उदारता एवं परोपकारिता की प्रतिमूर्ति हैं। उन्होंने अपनी साधना के बल से अनेकों व्यक्तियों का कल्याण कर उन्हें धर्म के मार्ग से जोड़ने का कार्य किया है।
सन्त-विद्वत सम्मेलन में चतु:सम्प्रदाय के श्रीमहंत बाबा फूलडोल बिहारीदास महाराज, महामंडलेश्वर नवल गिरि महाराज, पूर्व प्रचार्य डॉ. राम सुदर्शन मिश्रा, संगीताचार्य स्वामी देवकीनंदन शर्मा, पंडित रविशंकर पाराशर (बवेले), आचार्य बद्रीश महाराज, स्वामी रामकृपालु दास भक्तमाली, महंत किशोरी शरण मुखिया, आचार्य नेत्रपाल शास्त्री, आचार्य नरेश नारायण, पंडित रामगोपाल शास्त्री, भागवताचार्य गोपाल भैया, आचार्य सुदामा शास्त्री, महन्त मोहिनी शरण महाराज, प्रमुख शिक्षाविद् जगदीश नीलम, डॉ. राधाकांत शर्मा, श्रीधराचार्य महाराज, सौरभ गौड़, पंडित ईश्वरचंद्र रावत, पण्डित बालकिशन शर्मा “बालो पंडित”, जीतू पाण्डेय, राघव गुप्ता, अनुभव गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, संजय गुप्ता, एम. पी. सिंघल, अनिल गुप्ता (दिल्ली), अर्जुन दास आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन संत सेवानंद ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।जिसमें असंख्य व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।