वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
रजिस्टर्ड ऑफिस सेक्टर 37 सी चंडीगढ़।
चंडीगढ़ : हिंदू पर्व महासभा चंडीगढ़ की विशेष बैठक दिनांक आज 21 जुलाई को शाम 4:00 बजे श्री सनातन धर्म मंदिर मंदिर सेक्टर 15 बी में संपन्न हुई जिसमें शहर के सभी मंदिरों के पदाधिकारीयो ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
कमलेश चंद्र सूरी ने सभा मैं उपस्थित सभी सदस्यों का ध्यान नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों पर अवैध कब्जे हटाने हेतु भेजे गए नोटिसो की तरफ दिलाया और बताया कि पिछले दिनों हिंदू पर्व महासभा चंडीगढ़ का एक प्रतिनिधि मंडल
पंजाब के गवर्नर एवं प्रशासक यू टी चंडीगढ़ बनवारी लाल पुरोहित से मिला था।
प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल को उन मंदिरों/धार्मिक संस्थानों की सूची दी जिनको भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के मद्देनजर नगर निगम चंडीगढ़ एवं जिला प्रशासन द्वारा तथाकथित अनधिकृत निर्माण को हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं । उन्होंने महामहिम राज्यपाल को बताया कि
माननीय न्यायालय द्वारा पारित पूर्ण आदेशों का पालन किए बिना नोटिस जारी किए गए हैं।
माननीय न्यायालय के आदेशों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य सरकारों को कोई भी आदेश पारित करने और नोटिस जारी करने से पहले ऐसे मंदिर/धार्मिक संस्थान के प्रत्येक मामले की समीक्षा करना आवश्यक है। जिन मंदिरों/धार्मिक संस्थानों को नोटिस जारी किए गए हैं उनमें से कई प्राचीन हैं और उनमें से कुछ महाभारत काल के हैं और कुछ चंडीगढ़ की स्थापना से पहले अस्तित्व में हैं ।
सूची में कुछ मामले हैं जो केवल फूलों की दुकानों, मंदिरों के किनारे पेड़ों के चारों ओर बाड़ लगाने को दर्शाता है। यदि निगम ने व्यक्तिगत मामलों की जांच की होती, तो ऐसे नोटिसों से बचा जा सकता था ।
बीपी अरोड़ा अध्यक्ष ने बताया कि माननीय न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन करने के लिए मंदिरों/संस्थानों के प्रबंधन के पक्ष को सुनने और केस टू केस एग्जामिन करने के बाद हिंदू पर्व महासभा को भी एक अवसर दिया जाए जो सभी मंदिरों का एक प्रतिनिधि निकाय है। प्रतिनिधि मंडल ने महामहिम राज्यपाल से अनुरोध किया कि कृपया संबंधित अधिकारियों को उनके द्वारा जारी किए गए नोटिस वापस लेने का निर्देश दें और आगे कोई कार्रवाई शुरू न की जाए। महामहिम राज्यपाल ने हिंदू पर्व महासभा के प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि वह मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों के हित में उचित कदम उठाएंगे ।
अरोड़ा जी ने बताया कि अपने-अपने मंदिरों के प्रशासन द्वारा भेजे गए नोटिसो के उपलक्ष में जवाब बनाने व हिंदू पर्व महासभा को जल्द से जल्द भेज दे ताकि रिव्यू करके वह अपना कंसोलिडेटेड जवाब प्रशासन को दे सके। श्री अरोड़ा जी ने बताया कि वर्ष 2009 से पहले एलॉटेड जगह पर निर्माण हुए मंदिरों तथाकथित अनधिकृत निर्माण के बारे में समीक्षा करेंगे ताकि महासभा कंसेशनल रेट पर उन्हें वही जगह दिलवाने के लिए प्रयास कर सके । इसके अलावा वर्ष 2009 के बाद हुए मंदिरों के तथाकथित अवैध निर्माण के बारे में समीक्षा करके अपना पक्ष महामहिम राज्यपाल के सम्मुख रखेंगे । सभा में श्री अरुण सूद पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष एवं विश्व हिंदू परिषद से श्री प्रदीप शर्मा अध्यक्ष ने भी अपने विचार रखें और इस विषय पर हिंदुओं को संगठित होने के लिए कहा।