वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार में भारी संख्या में जुटे श्रद्धालु, गुरु पूर्णिमा पर सनातन परम्परा के अनुसार हुई पूजा अर्चना।
सावन महीने में महंत राजेंद्र पुरी कुरुक्षेत्र, कैथल व यमुनानगर में करेंगे कावड़ियों का स्वागत, शिवभक्तों को देंगे रुद्राक्ष माला।
कुरुक्षेत्र, 21 जुलाई : रविवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जग ज्योति दरबार में भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे। श्रद्धालुओं एवं दरबार के भक्तों ने सनातन परम्परा के अनुसार महंत राजेंद्र पुरी की विधिवत पूजा अर्चना की। इससे पूर्व महंत राजेंद्र पुरी ने अपने गुरु की पूजा करने के उपरांत दरबार में आए संतों का सम्मान किया। महंत राजेंद्र पुरी ने सनातन परम्परा एवं संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का महत्व बताया कि गुरु पूर्णिमा के बाद सावन का महीना प्रारंभ होता है। सनातन धर्म में गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु और शिष्य के प्रेम, विश्वास, श्रद्धा-भाव एवं पवित्र रिश्तों का प्रतीक माना जाता है। गुरु पूर्णिमा के पर्व को वेद पूर्णिमा और व्यास पूर्णिमा के नाम से भी मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पूजन कर आशीर्वाद लिया जाता है। जीवन में गुरु ही व्यक्ति को अज्ञानता के अंधकार से बाहर निकालकर प्रकाश की तरफ ले जाता है। भगवान विष्णु के अंश वेदव्यास जी के बिना गुरु पूजा पूरी नहीं होती है। इस मौके पर जग ज्योति दरबार में गुरु पूर्णिमा का विशाल भंडारा भी दिया गया। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि सोमवार से शुरू होने वाले पूरे सावन महीने में शिव भक्तों के लिए विभिन्न कार्यक्रम निर्धारित किए हैं। सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के गुणगान के लिए जहां जगह जगह सत्संग तथा जागरण होंगे। महंत राजेंद्र पुरी स्वयं हरिद्वार एवं नीलकंठ से कावड़ लाने वाले शिव भक्तों का स्वागत एवं सम्मान करेंगे। कुरुक्षेत्र, कैथल व यमुनानगर में लगे कावड़ शिविरों में जाकर महंत राजेंद्र पुरी शिवभक्तों का रुद्राक्ष माला, मिठाई व फल के साथ स्वागत तथा सम्मान करेंगे।
गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम में स्वामी रूद्र पुरी, स्वामी विजय पुरी, स्वामी अजय पुरी, मुनीश शर्मा, रवि शर्मा, गुरविंदर सिंह, रोहित, राज कुमार अम्बाला, अमरजीत सिंह, पवन कुमार, शीतल कुमार वर्मा, हरमीत सिंह, संजीव मलिक, बलविंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मान सिंह, रूद्र शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा, तरुण शर्मा, पानीपत से आशीष और मनोज, मनप्रीत सिंह, अरविन्द कुमार, शिव राम इत्यादि भी मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं के साथ महंत राजेंद्र पुरी।